खगड़िया जिले के मध्य विद्यालय बछौता पूर्वी में एमडीएम में मेंढक मिलने से हड़कंप मच गया। जिसके बाद बच्चों को खाना नहीं परोसा गया। ग्रामीणों का आरोप है कि अक्सर खाने में कीड़े मिलते हैं। ऐसे में विषाक्त खाना खाने से छात्र बीमार होते तो कौन जिम्मेदार होता।
बिहार में मिड डे मील में लापरवाही की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। खाने में कभी कीड़े, कभी छिपकली मिलती हैं। आज खगड़िया के मध्य विद्यालय बछौता पूर्वी में एमडीएम में मेंढक मिलने का मामला सामने आया है। जिसके बाद स्कूल में छात्रों और अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों का आरोप है कि अक्सर खाने में कीड़े मिलते हैं। ऐसे में विषाक्त खाना खाने से छात्र बीमार होते तो कौन जिम्मेदार होता।
वहीं इस मामले पर स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रकाश कुमार ने बताया कि चावल में मेढ़क मिला है। जिसके बाद बच्चों को खाना नहीं परोसा गया है। वहीं घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह गुस्साए अभिभावकों और छात्रों को शांत कराया। खाने में मेंढक मिलने से छात्रों के अभिभावकों में काफी रोष है। इससे पहले भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में प्राथमिक विद्यालय नारायणपुर में रसोईया द्वारा बच्चों को कुत्ते का जूठा भोजन खिलाने का आरोप लगा था।
ग्रामीणों ने रसोईया को तुरंत हटाने की मांग को लेकर विद्यालय में हंगामा किया था। और तालाबंदी करने की कोशिश की थी। आक्रोशित अभिभावकों का कहना था कि एमडीएम का खाना कुत्ते ने खा लिया था, जिसे फिर बच्चों को परोसा गया। ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक और रसोईया पर कई अन्य आरोप भी लगाए। बिहार में एमडीएम में लापरवाही की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जब बच्चों को दिए जाने वाले खाने में सफाई और गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जाता है।