छपरा के मोतीराजपुर में शुक्रवार को पथरी के ऑपरेशन के बाद एक किशोर की हुई मौत के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। देर शाम प्रशासन ने क्लिनिक सील कर दिया। वहीं, आरोपित फर्जी डॉक्टर के गिरफ्तार होने की भी चर्चा है। हालांकि, इसकी आधिकारी पुष्टि नहीं है। मृतक कृष्णा कुमार उर्फ गोलू के पिता व मढ़ौरा थाना क्षेत्र के भुआलपुर गांव निवासी चंदन साह द्वारा अजीत कुमार पुरी पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। जिसके बाद कारवाई करते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर देर शाम सीओ ने मोतीराजपुर धर्मबागी बाजार स्थित गणपति सेवा सदन को सील कर दिया।
प्राथमिकी में कहा गया है कि बीते दो सितंबर को उनके पुत्र के पेट में अचानक दर्द हुआ और उसे उल्टी होने लगी। वे उसे इलाज के लिए मोतीराजपुर स्थित गणपति सेवा सदन में ले गये। दो दिनों तक चले इंजेक्शन, स्लाइन व दवा से उनके पुत्र की सेहत में सुधार हो गया। उन्होंने गड़खा थाना क्षेत्र के बभनईया गांव निवासी व डॉक्टर अजीत कुमार पुरी से आग्रह किया कि उनके पुत्र को अब अस्पताल से डिस्चार्ज कर दीजिए।
डॉक्टर अजीत ने इलाज के नाम पर दो दिनों का 50 हजार रुपये लेने के बाद 60 हजार रुपये की अतिरिक्त मांग की और कहा कि आपके पुत्र के गॉलब्लाडर में पथरी है। शुक्रवार के दिन बिना उनकी इजाजत के डॉक्टर ने उनके पुत्र का ऑपरेशन कर दिया। इस दौरान मृतक के दादा ने यह आरोप लगाया था कि यूट्यूब पर देख का उनके पोते का झोला छाप डॉक्टर ने ऑपरेशन किया है। इसके बाद परिजनों को बिना बताये उनके पुत्र, सास व अन्य को लेकर निजी गाड़ी से पटना स्थित जीविका अस्पताल में भर्ती कराने के लिए लेकर चले गये, लेकिन अस्पताल ने उनके पुत्र को भर्ती नहीं किया।
इसके बाद उनके पुत्र को वहीं लावारिस अवस्था में छोड़कर चले गये। उनकी बूढ़ी सास रोती बिलखती रही। उनको रोते-बिलखते देखकर अस्पताल ने अपने खर्च पर गाड़ी ठीक कर उनके पुत्र व सास को मोतीराजपुर स्थित गणपति सेवा सदन में पहुंचवा दिया। अस्पताल का कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था। स्थानीय लोगों से पता चला कि उनके पुत्र का शव मोतीराजपुर स्थित गणपति सेवा सदन में आया है। सूचना पाकर वे लोग पहुंचे ।