मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ में मौत के पीछे गहरी साजिश की बू आ रही है। उन्होंने कहा कि जांच का आदेश दिया है। समय आने पर सब पता चल जाएगा। मुख्यमंत्री गुरुवार को गुमला के सिसई के पंडरानी में आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के चौथे चरण के दौरान लाभुकों से संवाद के दौरान बोल रहे थे। इस दौरान सीएम ने गुमला और लोहरदगा को 347 विकास योजनाओं का तोहफा दिया और 217 करोड़ से ज्यादा की परिसंपत्तियां बांटी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए फर्जी दवा का इंजेक्शन लगाया गया है। हल्का-फुल्का सर्दी जुकाम में जान चली जा रही है। फर्जी दवा बनाने वाली कंपनी से अरबों रुपये चंदे की वसूली की गई है। बतौर मुख्यमंत्री उन्हें भी टीका लगा है, अब आगे पता नहीं क्या होगा।
विपक्षियों को जनादेश से मतलब नहीं
भाजपा पर निशाना साधते हुए सीएम ने कहा, विपक्षियों को जनादेश से मतलब नहीं है। किसी और की सरकार बने तो ये उसे खरीद लेते हैं, पर हम बिकने वालों नहीं हैं। हम जब झारखंडी युवा हितैषी नीति बनाते हैं तो विपक्ष वाले अदालत में चुनौती देकर असंवैधानिक घोषित करा देते हैं। जबकि उनके राज्य में यही संवैधानिक हो जाता है। सीएम ने कहा कि वर्षों से इन लोगों ने आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यकों का शोषण किया है।
भाजपा काट नहीं सकी तो जेल में डाल दिया
सीएम ने कहा कि आपका भाई आपकी तकलीफ दूर करने के लिए आपके साथ है। हम जितना आपके लिए काम करते हैं, विपक्षी उतना ही काटने को दौड़ते हैं। जब वे काट नहीं पाए तो मुझे जेल में डाल दिया, लेकिन आपके आशीर्वाद से फिर आपके बीच हूं। उन्होंने कहा जब हमने मंईयां योजना शुरू की तो इन लोगों ने कोर्ट में मामला दायर कर दिया ताकि आपको लाभ से वंचित किया जा सके। ऐसे लोगों को पहचान लें और चुनाव में गांव में घुसने नहीं दें।
राज्य में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की हो रही साजिश
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में विरोधी दल भाजपा के नेताओं को कुछ सूझ नहीं रहा है, इसलिए छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, असम, गुजरात के नेताओं को झारखंड में बुलाकर यहां के सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।