पंद्रह हजार करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल महादेव बैटिंग ऐप से जुड़े सदस्यों ने 25 अगस्त को प्रयाराज से दो कम्प्यूटर विशेषज्ञों का अपहरण कर लिया। उनको सुशांत गोल्फ सिटी सेक्टर न्यू ए-4 के एक मकान में बंधक बना कर रखा। अपहर्त युवकों पर साइबर ठगी करने का दबाव डाला गया, जिसके लिए वे तैयार नहीं थे। करीब आठ दिन से बंधक एक युवक ने मौका पाकर अपनी लोकेशन चचेरे भाई को भेज दी। उसकी सूचना पर सुशांत गोल्फ सिटी ने दोनों को मुक्त कराते हुए आठ अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। एसीपी गोसाईंगंज किरण यादव ने बताया कि प्रतापगढ़ लालगंज निवासी अंकित पटेल और भिलाई निवासी अनीश को नौकरी देने के बहाने से प्रयागराज बुलाया गया था। 25 अगस्त को युवक प्रयागराज पहुंचे। वहां थार सवार चार लोगों ने उन्हें अगवा कर लिया। अंकित और अनीश को सुशांत गोल्फ सिटी स्थित लोटस स्कूल के पास एक घर में रखा गया। एसीपी के मुताबिक सोमवार को प्रतापगढ़ निवासी पवन कुमार पटेल ने चचेरे भाई अंकित और उसके दोस्त को अगवा किए जाने की सूचना दी थी। पवन ने पुलिस से संपर्क किया। इंस्पेक्टर अश्विनी मिश्र की टीम ने लोकेशन के आधार पर सेक्टर न्यू ए-4 स्थित एक घर पर छापा मारा। वहां से छत्तीसगढ़ दुर्ग निवासी राजा खां, जेवरा सिरसा निवासी सैलाब दीवान, कुर्सी पार लेबर निवासी अमन सिंह, सेक्टर सात स्ट्रीट निवासी एम.सुज्वाय, राजा नारायण पाल, बाबा कॉलोनी निवासी महेश विश्वकर्मा, भिलाई पावर हाउस निवासी जितेंद्र साहू और सचिन कुमार शाह को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास से चार लैपटॉप, 18 मोबाइल फोन, क्यूआर कोड, स्पीकर और मशीन बरामद हुई। गिरोह में शामिल चार सदस्यों की तलाश की जा रही है।
टेलीग्राम के जरिए चलाते हैं बैटिंग का कारोबार
पूछताछ में गिरोह के सरगना राजा खां ने बताया कि वे लोग महादेव बैटिंग ऐप से जुड़े हैं। सट्टा खिलाने के लिए वे लोग टेलीग्राम ऐप का इस्तेमाल करते हैं। इस ऐप के जरिए लोगों को रिक्वेस्ट भेजी जाती है। फिर महादेव ऐप से बैटिंग करने के लिए आईडी और पासवर्ड खरीदना होता है। यह सारा ट्रांजेक्शन ऑनलाइन किया जाता है।
ओएलएक्स के जरिए किराए पर लिया मकान
इंस्पेक्टर अंजनी मिश्र के मुताबिक करीब एक माह पूर्व राजा ने सेक्टर न्यू ए-चार स्थित मकान किराए पर लिया था। आरोपी मकान में कॉल सेंटर खोलना चाहते थे। सेंटर को सेटअप करने के लिए कम्प्यूटर एक्सपर्ट की जरूरत थी। अंकित और अनीश को कम्प्यूटर और गेमिंग प्लेटफॉर्म की बेहतर जानकारी है। ऐसे में दोनों पर साइबर ठगी में शामिल होने का दबाव डाला गया।
ठगी के लिए 25 से 45 हजार में खरीदते हैं बैंक खाते
महादेव बैटिंग ऐप घोटाले में फिल्म अभिनेता समेत प्रमोटर के खिलाफ एसआईटी ने कार्रवाई की थी। इसके बाद राजा खां ने अपना ठिकाना बदल लिया था। आरोपित ने बताया कि ठगी को अंजाम देने के लिए वे लोग 25 हजार में बचत और 45 हजार में करंट अकाउंट खरीदते हैं। इसमें ठगी कर हासिल रकम जमा की जाती है।