भारतीय किसान कल्याण समिति ने मंगलवार को क्षेत्र के मोरकी इंटर कालेज मैदान में मासिक महापंचायत की। इसमें क्षेत्रीय समस्याएं सुनने के लिए अधिकारियों के न पहुंचने पर किसानों ने एक्सप्रेस वे पर दो किमी पैदल शांति मार्च निकाला। इसके बाद वापस पंचायत स्थल पर लौट आए। किसान नेता रामबाबू सिंह कटैलिया के नेतृत्व में क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर जुटी महापंचायत में सैकड़ों किसान एकत्रित हुए। यहां तीन बजे नायब तहसीलदार जितेन्द्र सिंह, थाना प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र तेवतिया, एसआई आलोक मिश्रा मय दो पुलिसकर्मी पहुंचे। इससे किसान आक्रोशित हो गए। वे मौके पर डीएम को बुलाकर उन्हीं को ज्ञापन देने की मांग पर अड़ गए। इससे आक्रोशित किसान पहले से प्रस्तावित यमुना एक्सप्रेस-वे पर शांति मार्च पर चल पड़े। नायब तहसीलदार एवं पुलिसकर्मियों के काफी आग्रह के बावजूद किसान नहीं माने। उन्होंने बाजना कट से चढ़कर नोएडा की ओर करीब दो किमी तक पैदल शांति मार्च निकाला। इसके बाद किसान वापस पंचायत स्थल लौट आए। लेकिन किसानों ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन नहीं दिया।
रामबाबू कटैलिया ने कहा कि क्षेत्र में कानून व्यवस्था खराब है। पुलिस बिना रिश्वत काम नहीं करती। गांवों में गुंडाराज कायम है। न्यायालय के आदेशों पर भी किसानों को भूमि अधिग्रहित का 64 प्रतिशत मुआवजा नहीं दिया। एक्सप्रेस वे किनारे सर्विस रोड बने। बिजली आपूर्ति बढ़े, खाद बीज मिले, फसल बीमा की जांच कर दोषियों को दंडित करें। उन्होंने कहा कि यदि तीन माह में समस्या समाधान नहीं तो तीन अक्तूबर को मांट में महापंचायत कर तहसील का घेराव किया जाएगा। अध्यक्षता प्रभुदयाल ने एवं संचालन जयपाल सिंह ने किया।
इस दौरान रमेश अत्रि, शैलेन्द्र ठाकुर, बदन सिंह, हरवीर सिंह, हजारी लाला, ललित प्रमुख, हरी सरपंच, रमेश पाठक, राकेश शर्मा, सतवीर सिंह, हर्ष चौधरी, भंवरा प्रधान, सुशील डैडी, सर्वेश चौधरी, जगवीर सिंह, देवेन्द्र सिंह, घूरे नेता आदि रहे।