गंगाजल परियोजना के तहत डाली जा रही भूमिगत पाइप लाइन को लेकर भूतेश्वर तिराहे की ओर आने वाले व्यावसायिक वाहनों को प्रतिबंधित कर दिए जाने को लेकर यातायात पुलिस द्वारा रूट डायवर्जन का प्लान जारी कर अपनी ड्यूटी भूल गई। इस कारण शहरी क्षेत्र के लोग दिन भर जाम से जूझते रहे और प्रतिबंधित किए क्षेत्र में व्यावसायिक वाहन धड़ल्ले से चलते रहे। जल निगम द्वारा नगरीय क्षेत्र में गंगाजल की आपूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम भूतेश्वर तिराहे पर डालने का काम सोमवार की रात 11 बजे से शुरू हो गया, जो 7 सितंबर तक जारी रहेगा। भूमिगत पाइप लाइन डाले जाने के दौरान जाम के हालात ना बने इसके लिए यातायात पुलिस की ओर से रूट डायवर्जन प्लान जारी किया गया था। जिसमें भूतेश्वर की ओर आने वाले सभी प्रकार के बड़े व व्यावसायिक वाहन जैसे ऑटो, ई-रिक्शा आदि पर रोक लगाई गई थी। इन वाहनों को कहां से होकर गुजरना है इसके लिए दिशा निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन पुलिस रूट डावर्जन के प्लान को जारी कर भूल गई। भूतेश्वर की ओर ऑटो, ई-रिक्शा व अन्य वाहन पहुंचते रहे।
इस कारण मंगलवार को भूतेश्वर से बीएसए कालेज, कृष्णा नगर बिजली घर तक जाम के हालात दिनभर बने रहे। पुलिस कहीं भी रूट डायवर्जन का पालन कराती नजर नहीं आई। बीएसए की पुलिया पर याताया पुलिस ने बेरियर लगा कर बड़े वाहनों को जरूर बीएसए इंजीनियरिंग वाले रास्ते पर मोड़ कर अपने कर्त्तव्य की इतिश्री जरूर कर ली थी। भूतेश्वर पर जाम की हालत बनने के बाद पुलिस नदारद दिखी।
कॉलोनियों में भी बन गए जाम के हालात
भूतेश्वर तिराहे पर जाम लगने के बाद शहरी क्षेत्र के लोग बाग काजियान, महावीर नगर के रास्ते कालोनियों की गलियों से होकर बीएसए कालेज की ओर निकलने का प्रयास करते रहे। इसकी वजह से बाग काजियान, महावीर नगर, कंकाली मंदिर, द्वारिकापुरी की गलियों में जाम के हालात बन गया। इससे कालोनी वासियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।