धनबाद, विशेष संवाददाता टोल गेट की तरह कोयला लदे वाहनों की ट्रैकिंग बीसीसीएल में होगी। इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर शुरू करने के लिए पहले फेज में पांच एरिया में सीसी कैमरा एवं बूम बैरियर लगाने का काम पूरा कर लिया गया है। आठ सौ कैमरे लगाए गए हैं। वहीं कई बूम बैरियर भी लगाया गया है। अब जैसे टोल गेट में वाहनों को बूम बैरियर से गुजरने पर आरएफआईडी टैगिंग होती है, उसी तरह कोयला लदे वाहनों के लिए भी आरएफआईडी टैगिंग की व्यवस्था की गई है।
जिन पांच एरिया में यह व्यवस्था की गई है, उससे कोयला भवन में बैठ एरिया की गतिविधि की मॉनिटरिंग की जा सकेगी। जीएम को-ऑर्डिनेशन बैठक में सीएमडी समीरन दत्ता ने इसपर अधिकारियों से बात की। जानकारी के अनुसार एसओपी तय कर दस दिन के अंदर इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर शुरू हो जाएगा। इस व्यवस्था से कोयला चोरी आदि पर भी लगाम लगेगा। एरिया के हर इंट्री एवं एग्जीट प्वाइंट पर बूम बैरियर लगाया गया है। पहले फेज में कोयला भवन मुख्यालय के साथ साथ कतरास, सिजुआ, कुसंडा, बस्ताकोला एवं लोदना एरिया को इंट्रीग्रेडेट कमांड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जा रहा है।
आरएफआईडी टैग एक प्रकार का ट्रैकिंग सिस्टम है, जो वस्तुओं की पहचान करने के लिए स्मार्ट बारकोड का उपयोग करता है। आरएफआईडी अैग रेडियो फ़्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन का संक्षिप्त रूप है। यह रेडियो फ़्रीक्वेंसी तकनीक का उपयोग करते हैं। ये रेडियो तरंगें टैग से डेटा को रीडर तक पहुंचाती हैं, जो फिर सूचना को आरएफआईडी कंप्यूटर प्रोग्राम तक पहुंचाता है। आरएफआईडी टैग का इस्तेमाल अक्सर व्यापारिक वस्तुओं के लिए किया जाता है।