Bihar Land Survey 2024 : बिहार में जमीन के सर्वे का काम चल रहा है। जमीन सर्वे के लिए वंशावली एक अहम दस्तावेज है। जमीन पर अपनी दावेदारी के लिए जमीन मालिक को अपनी वंशावली सर्वे अधिकारियों को देनी होगी। कई लोग इस वक्त वंशावली बनाने के लिए चक्कर काट रहे हैं। हम आपको बताएंगे कि आखिर वंशावली बनवाने के लिए आपको अपने परिवार की डिटेल किसे देनी है और कौन इसपर अपनी अंतिम मुहर लगाएगा।
दरअसल इसके लिए आवेदक को परिवार का वंशावली सूची तैयार करके और शपथ पत्र बनवाकर ग्राम पंचायत सचिव को देना होगा। जिसपर ग्राम पंचायत सचिव सात दिनों के ही अंदर वंशावली के कागजात की जांच करके जांच प्रतिवेदन ग्राम कचहरी सचिव को दे देंगे। ग्राम कचहरी के सचिव कार्यालय अभिलेख में वंशावली के कागजात का विवरण दर्ज करते हुए सरपंच को वंशावली निर्गत करने के लिए अभिलेख को भेजेंगे। फिर सरपंच वंशावली प्रमाणपत्र पर अपना हस्ताक्षर व मोहर करने के बाद आवेदनकर्ता को वापस लौटा देंगे। यह कार्य लिए आवेदक चाहें तो ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन दोनों प्रक्रिया में से कोई एक को चुन सकते हैं।
बिहार के सिवान जिले में जमीन सर्वेक्षण का काम पिछले माह से ही चल रहा है। मौजूदा समय में अभी लोगों को प्रपत्र 2 और प्रपत्र 3 वेबसाइट पर अपलोड करना है। प्रपत्र 2 घोषणा पत्र है, जबकि प्रपत्र 3 में वंशावली की जानकारी देनी है,लेकिन जानकारी के अनुसार अबतक पंचायतों में 5 फीसदी भी आवेदन वंशावली बनाने को लेकर प्राप्त नहीं हुआ है। ।
सरकार के गाइडलाइन के अनुसार कागजात दिखाने पर ही जमीन के मालिकों को उनका मालिकाना हक दिया जाना है। सर्वे कार्य के दौरान सर्वेक्षणकर्मी जमीन के असली मालिक से कई कागजात मांगेंगे और इनके सत्यापन के बाद ही जमीन से जुड़ी जानकारियों को अपडेट किया जाएगा। इनमें से जरूरी व एक अहम कागजात वंशावली भी है। लेकिन, प्रचार-प्रसार का अभाव व पूरी जानकारी नहीं होने से लोगों का समय सोचने-समझने में ही निकल रहा है। आम सभा में लोगों को सटीक व सही जानकारी मिलने और सभी लोगों को आमंत्रित नहीं किये जाने से यह समस्या आ रही है। मुखिया और सरपंच का कहना है कि लोग वंशावली बनवाने के मामले में जल्दीबाजी नहीं दिखा रहे हैं।
ऐसे में बाद में उन्हें वंशावली निर्गत करने में देरी होगी। इस तरह से तय समय में न तो लोग प्रपत्र 2 और न प्रपत्र 3 सर्वे टीम ही जमा या अपलोड कर पाएंगे। नोटरी पब्लिक (लेख्य प्रगणक) का शपथ पत्र भी मान्य कर दिए जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। अब उम्मीद है कि वंशावली के लिए पंचायत कार्यालय में आवेदन भी पड़ेंगे। चुकी अधिकतर लोग अभी शपथपत्र व खतियान जिला अभिलेखगार से निकलवाने में लगे हुए हैं।