विंध्य ज्योति गाजीपुर। शिव शंकर पाण्डेय
गाजीपुर-वाराणसी नेशनल हाईवे मार्ग से पियरी, तरांव रेलवे स्टेशन होते हुए चकेरी मार्ग की लम्बाई लगभग 6 किमी है। ग्रामीणों का कहना है कि पियरी बाजार व प्राथमिक विद्यालय के पास सड़क जगह-जगह टूट फूट जाने जाने से हमेशा कीचड़ युक्त गंदा पानी जमा होता रहता है।वर्षा के दिनों मे स्थिति काफी खराब हो जाती है। सड़क का पानी घरों मे प्रवेश करता है।पानी जमा होने से साइकिल, मोटरसाइकिल तथा अन्य वाहन से यात्रा करने वाले नागरिक आये दिन गिरकर घायल होते रहते है। पता नही चलता है कि सड़क में गढ्ढा हैया गढ्ढे मे सड़क है। उस समय स्थिति हास्यास्पद हो जाती है जब राहगीर पानी मे गिर पड़ते हैं और कपड़े खराब हो जाते है। पियरी में गाजीपुर में हाईवे को जोड़ने वाली सड़कें क्षतिग्रस्त। खराब सड़क किनारे प्रथिमक बेसिक स्कूल है बच्चों का प्रतिदिन आते है फिसलन कारण गिरते रहते है विभागीय अधिकारी मूक दर्शक पियरी बाजार से गांव तक एक कि मी सड़क की हालत काफी खराब है। सड़क नदी के रूप में तब्दील हो जाता है। उक्त मार्ग काफी लम्बे अर्से से मरम्मत न होने से जानलेवा बन गया है। मार्ग से सटा प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक तथा इंटर कालेज है। हजारों छात्रों सहित तरांव रेलवे स्टेशन तथा दर्जनों गावों के नागरिक इसी मार्ग से होकर गुज़रते हैं। फिर भी शासन, प्रशासन व विभागीय अधिकारी मूक दर्शक बने हुए है। प्रदेश सरकार द्वारा पिछले वर्ष गढ्ढा मुक्त करने की घोषणा के बावजूद कोई कार्य नहीं किया गया।सड़क की मरम्मत कराई जाए
पियरी ग्राम के ग्राम प्रधान कृपाशंकर कुशवाहा, देवनाथ कुशवाहा, मो० सहीद खां, डा० संतोष कुशवाहा, डा० शिवकुमार कुशवाहा, हरिहर, रामकुंवर कुशवाहा, प्रधानाध्यापक संजय कुशवाहा, मनोज सोनकर, रमेश मनोज विश्वकर्मा, अरविंद, प्रीतम चौरसिया, आदि लोग थे।