संवाददाता। मिथिलेश कुमार भारद्वाज।
डाला सोनभद्र। स्थानीय बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र के डाला बारी में संचालित पट्टा धारक- संतोष कुमार पुत्र माता प्रसाद के खदान में खनन कर्ताओं द्वारा बड़े पैमाने पर हैवी ब्लास्टिंग करवाया जा रहा है और देर शाम तक लगभग सैकड़ों टीपरो से बोल्डर लोड कर परिवहन जोरो पर जारी है जिसमें राजस्व विभाग को बड़े पैमाने खनन कर्ता द्वारा चुना लगाया जा रहा है जहा खनन कर्ताओं द्वारा मानक के विपरीत मनमानी रवैये से अवैध खनन जोरों किया जा रहा है वहीं शासन ,प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। बात करें तो विभाग दावा करते हैं कि पारदर्शिता के साथ कार्य होता है लेकिन धरातल तो कुछ और ही है खनन में लगभग आधा दर्जन बड़ी बड़ी पोकलेन मशीनों का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है ओवर बैडन हटवाने के नाम पर पोकलेन मशीन से दुरूपयोग करते हुए बोल्डर लोडींग किया जा रहा है वहीं अवैध खनन को लेकर शासन व प्रशासन का शख्त निर्देश है कि खनन नियमावली के अनुसार खननं क्षेत्रो में अंधेरा होने के बाद किसी भी मजदूर या मशीनों का प्रयोग बंचित है।वही धड़ल्ले से कार्य को अंजाम दिया जा रहा है जिससे सरकार की छवि धूमिल किया जा रहा है। वहीं खनन विभाग द्वारा कुछ दिनों पुर्व एक प्रेस नोट जारी किया गया है जिसमें जिलाधिकारी सोनभद्र के निर्देशन में अवैध खनन / परिवहन की रोकथाम हेतु गठित टास्क फोर्स द्वारा माह अप्रैल से अभी तक 6840 प्रकरणों से रू0 25.00 करोड़ की वसूली वाहन स्वामियों/पट्टाधारकों/कशर प्लाण्ट स्वामियों से की गयी है तथा अवैध परिवहन के 89 प्रकरणों में सम्बन्धित थानों में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराया गया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में माह नवम्बर तक 549.17 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है जिलाधिकारी द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व की प्राप्ति माह मार्च, 2025 तक शत प्रतिशत किये जाने के कड़े निर्देश दिये गये तथा अवैध खनन, परिवहन पर प्रभावी कार्यवाही की जाय। अवैध खनन ,परिवहन पर किसी भी प्रकार की सिथिलता न की जाय। लेकिन इसके बावजूद भी खनन कर्ताओं पर निर्देश का कोई असर नहीं, और डाला बारी में संचालित पट्टा धारक- माता प्रसाद के खदान में खनन कर्ता द्वारा खनन नियमावली की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। इस संबंध संबंधित अधिकारी को जानकारी हेतु फोन लगाया गया तो फोन नहीं लगा।