झारखंड की जमशेदपुर पूर्व सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अजय कुमार ने ओडिशा के राज्यपाल पर नियमों के विरूद्ध जाकर भाजपा प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार करने का आरोप लगाया। इस बारे में बुधवार को निर्वाचन आयोग को लिखे पत्र में अजय कुमार ने कहा कि ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास जमशेदपुर पूर्व विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं अपनी बहू पूर्णिमा दास के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार से आग्रह किया कि ‘संविधान के उल्लंघन’ के मामले में वह उचित कदम उठाएं। कुमार खुद कांग्रेस के टिकट पर जमशेदपुर पूर्व से चुनाव लड़ते हुए पूर्णिमा दास का मुकाबला कर रहे हैं। निर्वाचन आयोग को भेजे शिकायती पत्र को उन्होंने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर साझा किया।
कांग्रेस की कार्य समिति के सदस्य और ओडिशा, तमिलनाडु व पुडुचेरी के कांग्रेस प्रभारी अजय कुमार का दावा है कि राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद पर होते हुए रघुबर दास अपनी बहू के लिए चुनाव प्रचार करते हुए देखे गए जो संविधान का स्पष्ट उल्लंघन है।
कुमार ने ‘एक्स’ पर शेयर की अपनी पोस्ट में लिखा, ‘चुनाव आयोग को मेरा शिकायत पत्र ओडिशा के राज्यपाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुबर दास के खिलाफ है, जो अपनी पुत्रवधू पूर्णिमा दास के लिए सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे हैं। वो जमशेदपुर पूर्व से चुनाव लड़ रही हैं, यह वह सीट है जिस पर ओडिशा के राज्यपाल स्वयं भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पांच बार चुनाव जीत चुके हैं। रघुबर दास का राज्यपाल पद पर रहते हुए चुनाव प्रचार में शामिल होना संविधान का स्पष्ट उल्लंघन है। संवैधानिक पद और उसकी जिम्मेदारियों की यह घोर अवहेलना सभी मामलों में पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
आगे उन्होंने कहा, ‘पहले भी राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद पर बैठे लोगों ने सक्रिय राजनीति में दोबारा शामिल होने के लिए इस्तीफा दिया है। इसलिए इस बात का विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है कि क्या राज्यपाल जैसे सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति को संवैधानिक पद पर रहते हुए सक्रिय राजनीति में भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए?।’
इससे एक दिन पहले ‘एक्स’ पर शेयर की एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा था, ‘रघुवर दास राज्यपाल के पद से इस्तीफा दें! शर्म आनी चाहिए उनको, संवैधानिक पद पर बैठ कर बूथ स्तर पर चुनाव सभाएं कर रहे हैं, हम अपने संविधान का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।’ उन्होंने राज्यपाल पर छठ पूजा, सूर्य भगवान और विजयादशमी के नाम पर भाजपा की बूथ कमेटी की मीटिंग करने का आरोप लगाया था।
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को मतदान होना है। मतगणना 23 नवंबर को होगी।