छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर कॉलेज कैंपस में बाहरी छात्रों के प्रवेश पर रोक नहीं लगाने के कारण आक्रोश व्यक्त किया। साथ ही कहा कि कॉलेज प्रशासन ऐसे मामलों को दबाना चाहता है। घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने बीसीई के छात्रों पर स्थानीय युवकों के साथ बुरी तरह मारपीट का आरोप लगाया
बिहार के भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (बीसीई) छात्रों की स्थानीय लोगों से भीषण झड़प हो गई। इस घटना में आधा दर्जन से ज्यादा विद्यार्थियों घायल हो गए हैं। इसमें थर्ड ईयर और सेकेंड ईयर के एक-एक छात्र को गंभीर चोट आई है। दोनों के सिर और मुंह में गहरी चोट लगी है। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जेएलएनएमसीएच में भर्ती कराया गया है। घटना के विरोध में बीसीई छात्रों ने सबौर-जीरोमाइल एनएच-80 करीब दो घंटे के लिए सड़क जाम कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस, प्रशासन ने समझा-बुझाकर छात्रों को शांत कराने के बाद जाम तुड़वाया।
घटना को लेकर बीसीई के एक घायल सेकेंड ईयर के छात्र ने बताया कि वे लोग शाम करीब 4.30 बजे कैंपस में टहल रहे थे। इसी दौरान एक दो पहिया बाइक पर राज नाम का स्थानीय लड़का तेजी से कैंपस में बाइक चला रहा था। उसकी बाइक से एक छात्र को चोट लग गई। जब इस बात का विरोध छात्रों ने किया तो बाइक सवार ने उन छात्रों को ही धमकी देते हुए कैंपस से बाहर निकल गया। छात्र के मुताबिक उन लोगों को लगा कि मामला रफा-दफा हो गया। छात्र ने बताया कि शाम को जब वे लोग कॉलेज से निकल चाय पीने के लिए बाहर गए तो एक दर्जन से ज्यादा लड़कों ने उन लोगों पर हरवे-हथियार के साथ हमला कर दिया। बीच-बचाव के लिए आए कॉलेज के अन्य छात्रों को भी बेरहमी से पीटा गया। छात्रों का आरोप है कि स्थानीय युवक अक्सर कैंपस में छात्राओं के साथ छेड़खानी की नीयत से बिना काम प्रवेश करते हैं।
छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर कॉलेज कैंपस में बाहरी छात्रों के प्रवेश पर रोक नहीं लगाने के कारण आक्रोश व्यक्त किया। साथ ही कहा कि कॉलेज प्रशासन ऐसे मामलों को दबाना चाहता है। घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने बीसीई के छात्रों पर स्थानीय युवकों के साथ बुरी तरह मारपीट का आरोप लगाया। साथ ही स्थानीय कुछ दुकानों में तोड़फोड़ का भी आरोप लगाया। लोगों ने कहा कि इंजीनियरिंग छात्रों ने लाठी-डंडे से लैस होकर मारपीट और तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया है।
सबौर। बीसीई के छात्रों द्वारा एनएच-80 जाम के कारण राहगीरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। सड़क के दोनों ओर वाहनों लंबी कतार लग गई थी। स्थिति बिगड़ती देख मौके पर पहुंचे थानेदार मुरलीधर साह ने तत्काल अपने वरीय अधिकारियों को सूचना दी। तब मौके पर दंगा नियंत्रण वाहन, सीआईएटी कंपनी के साथ कई थानों की पुलिस को मौके पर भेजा गया।
वहीं घटना के बाद कॉलेज प्राचार्य डॉ. ओपी राय भी पहुंचे। प्राचार्य ने कहा कि घटना को लेकर पुलिस अपने स्तर से कार्रवाई कर रही है। कैंपस में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए कवायद की जाएगी। विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाये जाएंगे। वहीं इस मामले में जीरोमाइल थानेदार मुरलीधर साह ने कहा कि लिखित शिकायत आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।