यमुना एक्सप्रेस वे पर 12.387 किलोग्राम सोने की जांच के लिए राज्य कर विभाग ने समिति बनाई है। पुलिस ने लग्जरी कार से सोने के आभूषण पकड़े हैं। समिति छह दिन में मूल्यांकन करेगी और डिमांड नोटिस जारी करेगी।…
यमुना एक्सप्रेस वे पर पकड़े 12.387 किग्रा सोने का मूल्यांकन करने के लिए राज्य कर विभाग की समिति गठित की जा रही है। समित सोने का मूल्यांकर कराकर सम्बन्धित लोगों को नोटिस जारी करेगी। छह से 103 प्रतिशत तक अर्थदंड लगाया जा सकता है। सोमवार को थाना मांट एवं आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने लग्जरी कार से मिठाई के डिब्बे एवं अन्य पैकेट्स में 12.387 किग्रा सोने के आभूषण पकड़े थे। इन आभूषणों को पुलिस ने जीएसटी विभाग की उपस्थिति में जिला कोषागार के डबल लॉक में जमा करा दिया है। अब बरामद सोने की हकीकत जानने की प्रथम कार्रवाई जीएसटी विभाग द्वारा की जाएगी। इसके साथ-साथ आयकर विभाग भी सोना मालिकों के आय-व्यय के ब्योरे की जांच पड़ताल करेगा। दोनों कार्रवाई संयुक्त रुप से कर सोने की हकीकत की पड़ताल की जाएगी।
राज्य कर विभाग के संयुक्त आयुक्त राजवर्धन सिंह राठौर द्वारा सोने की जांच पड़ताल के लिए डिप्टी कमिश्नर की अध्यक्षता में चार असिस्टेंट कमिश्नर की संयुक्त कमेटी गठित की जा रही है। संयुक्त कमेटी द्वारा अधिकतम छह दिन के अंदर बरामद सोने का टंच कराकर इसका भौतिक मूल्यांकन कराया जाएगा। यह पूरी प्रक्रिया सोने के मालिकों के सामने की जाएगी। मूल्यांकित राशि के आधार पर सोने के मालिकों को डिमांड नोटिस भेजा जाएगा। इसमें सोने के बिल उपलब्ध कराने पर तीन प्रतिशत जीएसटी का दोगुना छह प्रतिशत टैक्स एवं जुर्माना भी जमा कराना पड़ सकता है। वहीं बिल उपलब्ध न कराने पर इसमें 103 प्रतिशत टैक्स की कार्रवाई की जाएगी। इसे जमा न कराने पर सोने की सार्वजनिक नीलामी कराई जाएगी। बरामद हुए सोने का अभी तक कोई बिल प्रस्तुत नहीं हुआ है। इसका मूल्यांकन संयुक्त कमेटी द्वारा कराया जाएगा। इसके आधार पर मालिकों को डिमांड नोटिस दिया जाएगा। नोटिस का जवाब नहीं देने पर बरामद माल की सार्वजनिक नीलामी की कार्रवाई कराई जाती है।