देवरिया, निज संवाददाता। पूर्व दशम व दशमोत्तर कक्षाओं के
देवरिया, निज संवाददाता।
पूर्व दशम व दशमोत्तर कक्षाओं के अलावा उच्च कक्षाओं में पढ़ने वाले छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति के पहले चरण में ही पेंच फंस गया है। नए निर्देश के तहत समाज कल्याण अधिकारी द्वारा पहले सभी संस्थाओं के प्रधानचार्य व नामित नोडल का अपनी लॉगिन से पोर्टल पर बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन करेंगे। इसके बाद इनके द्वारा छात्रों का ई-केवाईसी किया जाएगा। लेकिन पोर्टल नहीं चलने से दूर दराज के विद्यालयों से आने वाले प्रधानाचार्य व नोडल कार्यालय से वापस लौटने को मजबूर हैं।
शासन द्वारा समाज कल्याण विभाग के माध्यम से छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए पूर्व की व्यवस्था में बदलाव कर दिया है। वर्ष 2024-25 में छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति के लिए पहले संबंधित संस्थाओं के प्रधानाचार्य व नामित नोडल का समाज कल्याण विभाग में समाज कल्याण अधिकारी की लॉगिन आईडी के माध्यम से उनका बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन किया जाएगा। इसके बाद इनके द्वारा संस्था में अध्य्यनरत छात्रों का संबंधित विद्यालय में ही ई केवाईसी/बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन किया जाएगा। इसके उपरांत ही छात्रों की छात्रवृत्ति का आवेदन अग्रसारित किया जाएगा। वहीं पोर्टल नहीं चलने से विद्यालयों के प्रधानचार्यों व नामित नोडल बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन नहीं हो पा रहा है। यदि पोर्टल कभी-कभी चल भी रहा है तो बमुश्किल पूरे दिन में तीन से चार विद्यालयों के ही आईएनओ व एचओआई का ऑथेंटिकेशन हो पा रहा है। इसे लेकर सर्वाधिक परेशानी दूर दराज से आने वाले शिक्षकों को हो रही है। पोर्टल नहीं चलने से पूरे दिन इंतजार करने के बाद उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है। इतना ही नहीं इसके चलते विद्यालयों में पठन-पाठन का भी कार्य प्रभावित हो रहा है।
पोर्टल नहीं चलने से परेशान दिखे प्रधानाचार्य व नामित नोडल:
बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन कराने के लिए समाज कल्याण कार्यालय पहुंचे सत्य प्रकाश विवेकानंद इंटर कॉलेज मुसहरी के प्रधानाचार्य अरविंद कुमार शुक्ला व ननामित नोडल व शिक्षक नेता विजय भारत सिंह ने कहा कि पोर्टल नहीं चलने से बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन कराने के लिए घंटों से परेशान हैं लेकिन नहीं हो पा रहा है। लग रहा है वापस ही लौटना पड़ेगा। इसी प्रकार भाटपाररानी स्थित बीआरडी बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य वंदना यादव व नोडल सुषमा मिश्रा पोर्टल चलने का इंतजार कर रही थी। उनका कहना था कि हम लोग 50 किलोमीटर की दूरी तय कर आए हैं पोर्टल नहीं चलेगा तो वापस ही लौटना पड़ेगा। इसी प्रकार जनता इंटर कॉलेज चकरवा बरसीपार के प्रधानाचार्य अनुज मौर्य व नामित नोडल, डॉ. राम मनोहर लोहिया महाविद्यालय मालीबारी के प्राचार्य दुर्गेश यादव व उनके नोडल भी ऑफिस में बैठकर पोर्टल चलने का इंतजार कर रहे थे। सुबह से लगभग दो बजे तक तीन विद्यालयों का ऑथेंटिकेशन हो सका था। जबकि अन्य लोग पोर्टल चलने का इंतजार कर रहे थे।
नई व्यवस्था के तहत माध्यमिक विद्यालयों व उच्च कक्षाओं में पढ़ने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति देने के लिए संबंधित संस्थाओं के संस्थाध्यक्ष व नामित नोडल का बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है। पोर्टल नहीं चलने से दिक्कत हो रही है। इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी जा रही है।
जैसवार लाल बहादुर
जिला समाज कल्याण अधिकारी