त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ ही ट्रेनों को लेकर लोगों की दिलचस्पी बढ़ जाती है। इस दौरान लोग बड़े शहरों से अपने घर और गांव की तरफ लौटते हैं। इस दौरान सबसे बड़ा सहारा बनती है भारतीय रेलवे। लेकिन कई बार उम्मीदों को झटका भी लगता है। झारखंड से आने वाली ट्रेनों और झारखंड को जाने वाली कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है। इस दौरान यात्रियों को 4 दिनों तक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। रेलवे ने इसकी वजह भी बताई है। आइए जानते हैं पूरी वजह।
प्रयागराज मंडल में यार्ड रीमॉडलिंग के कारण 17 से 20 अक्तूबर के बीच कई ट्रेनों के रूट को बदल दिया गया। 20 अक्तूबर को हावड़ा से खुलने वाली हावड़ा-नई दिल्ली पूर्वा डीडीयू मिर्जापुर और प्रयागराज के रास्ते चलेगी। ट्रेन वाराणसी नहीं जाएगी। इस तरह 18 अक्तूबर को नई दिल्ली से खुलकर धनबाद आने वाली नई दिल्ली-हावड़ा पूर्वा एक्सप्रेस भी डाउन में मिर्जापुर होते हुए डीडीयू आएगी। इस दौरान और भी कई ट्रेनों का रूट बदला रहेगा। कई ट्रेनें ज्यादा दूरी तय कर अपने गंतव्य तक पहुंचेंगी।
19 और 20 अक्तूबर को हावड़ा से खुलने वाली गाड़ी संख्या 12307 हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस और बीकानेर से खुलने वाली गाड़ी संख्या 22308 बीकानेर-हावड़ा एक्सप्रेस आगरा कैंट, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, माणिकपुर, प्रयागराज छिवकी होते हुए डीडीयू तक चलेगी। 17 और 18 अक्तूबर को हावड़ा से खुलने वाली 22307 हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस, जोधपुर से खुलने वाली 12308 जोधपुर-हावड़ा एक्सप्रेस, 17 से 20 अक्तूबर तक सियालदह से खुलने वाली 12987 सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस और अजमेर से खुलने वाली 12988 अजमेर सियालदह एक्सप्रेस भी आगरा कैंट, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, माणिकपुर, प्रयागराज छिवकी होकर ही चलेगी। इस तरह इन रूट्स पर जाने वाले यात्रियों को निकलने से पहले ट्रेन का रूट जान लेना बहुत जरूरी हो जाता है। ऐसा करने पर किसी तरह की परेशानी से बचने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।