देवरिया, निज संवाददाता। माध्यमिक शिक्षक संघ ठाकुरई ने शिक्षकों की समस्याओं को लेकर सोमवार
देवरिया, निज संवाददाता। माध्यमिक शिक्षक संघ ठाकुरई ने शिक्षकों की समस्याओं को लेकर सोमवार को डीआईओएस कार्यालय पर धरना दिया। शिक्षक नेताओं ने शिक्षकों की समस्याओं का समाधान अधिकारी द्वारा नहीं करने का आरोप लगाया है। शिक्षकों ने अपनी समस्याओं का 26 सूत्रीय मांग पत्र डीआईओएस को सौंपा।
प्रदेश अध्यक्ष जगदीश पांडे ठाकुरई ने कहा कि 1984 से 2020 तक के नियुक्त हुए शिक्षकों के समाचार पत्रों में छपी खबरों को जो विजिलेंस जांच के संबंध में है को भ्रामक बताया है। क्योंकि इस तरह का शासन या निदेशालय स्तर से कोई पत्र जारी नहीं हुआ है। सर दर्द शिक्षकों की सेवा समाप्ति की केस सरकार सर्वोच्च न्यायालय में हार गई है।
शिक्षक एकता के संबंध में उठी चर्चा का उत्तर देते हुए अपने व्यक्तिगत स्तर पर किए गए प्रयास के बारे में शिक्षक साथियों को अवगत कराया कि वह एकता के पक्ष में है, परंतु अन्य संगठनों द्वारा इस सार्थक पहल को बार-बार सफल करने का प्रयास किया गया। उन्होंने परिषदीय विद्यालयों को पीपीपी मॉडल पर संचालित करने का उदाहरण गोरखपुर के चारगांव भारत के रूप में पेश किया।
उन्होंने पुरानी पेंशन की जोरदार लड़ाई के लिए शिक्षकों को तैयार रहने को कहा तथा इसके लिए आगे गोरखपुर में मुख्यमंत्री के घेराव की घोषणा किया। प्रदेश संरक्षक रमेश चंद्र सिंह ने कहा कि संगठन एवं शिक्षकों के हितों के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं । प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य डॉक्टर टीपी सिंह ने कहा कि नौजवानों के आगे आने की अपील किया।
जिला अध्यक्ष कैप्टन जितेंद्र सिंह ने कहा कि जिला विद्यालय निरीक्षक एवं संयुक्त शिक्षा निदेशक सप्तम मंडल गोरखपुर तक शिक्षकों की लंबित समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो संगठन आगे धरना करने के लिए बाध्य होगा। संघ के शिक्षकों ने अपनी 26 सूत्रीय मांग पत्र जिला विद्यालय निरीक्षक को सौंपा। डीआईओएस ने कहा कि हमारे स्तर से शिक्षकों की जितनी लंबित समस्याएं हैं उनका समयबद्ध निस्तारण किया जाएगा।
धरने की अध्यक्षता कैप्टन जितेंद्र सिंह तथा संचालन कुंवर शैलेंद्र सिंह ने किया। महामंत्री श्रीकांत यादव ने आभार व्यक्त किया । इस दौरान ओमेंद्र सिंह, डॉक्टर रामचंद्र यादव, रविंद्र प्रताप रावत, राम आशीष यादव, शिवनारायण यादव, अर्जुन दिक्षित, रामधारी यादव, महेंद्र प्रसाद गौड़, उपेंद्र मिश्रा आदि ने सभा को सम्बोधित किया।