लखनऊ, संवाददाता। पति की लंबी आयु और सुखी दांपत्य जीवन के लिए सुहागिन महिलाएं छह सितम्बर (शुक्रवार) को हरतालिका तीज का व्रत रखेंगी। इस वर्ष हरतालिका तीज पर रवि योग, शुक्ल योग के साथ हस्त नक्षत्र व चित्रा नक्षत्र का संयोग बन रहा है। जो बहुत शुभ माना जा रहा है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रख कर माता पार्वती और भगवान शिव की विधिवत पूजा करती हैं। पूरे दिन पूजा ध्यान करने के बाद प्रदोष काल में पूजा करती है।
ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत रखा जाता है। तृतीया तिथि 5 सितंबर को दोपहर 12.21 बजे से शुरू हो रही है, जो 6 सितंबर को दोपहर 3.01 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के आधार पर हरतालिका तीज छह सितंबर शुक्रवार को मनाई जाएगी।
मां पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए रखा था व्रत
हाथी बाबा मंदिर के ज्योतिषाचार्य पंडित आनंद दुबे ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को पहली बार मां पार्वती ने भगवान शंकर को प्राप्त करने के लिये रखा था। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए और कुंवारी कन्याएं मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए इस व्रत को रखती हैं।