धनबाद, रविकांत झा निलंबित प्रधान आयकर आयुक्त पटना-धनबाद संतोष कुमार की रिश्वतखोरी की लंबी फेहरिस्त है। दिल्ली सीबीआई ने दर्ज एफआईआर में इसका जिक्र किया है। सीबीआई ने एफआईआर में दावा किया है कि पीसीआईटी संतोष ने जमशेदपुर बिष्टूपुर के बिल्डर कौशल सिंह को चार करोड़ रुपए आयकर रिफंड दिलाने के एवज में सवा करोड़ रुपए रिश्वत लिए थे। संतोष को रिश्वत की पेशकश करने वालों की लिस्ट में धनबाद और पाकुड़ के भी कारोबारियों के नाम सामने आए हैं।
कौशल सिंह मेसर्स कौशल कंचन कंस्ट्रक्शन के डायरेक्टर हैं। सीबीआई को यह भी पता चला है कि कौशल के रिफंड में मदद करने के एवज में उनसे संतोष ने जमशेदपुर में ही एक प्रॉपर्टी ली थी। इस प्रॉपर्टी का एग्रीमेंट संतोष के पुत्र सुमित कुमार के नाम पर किया गया था। मटकुरिया एसी मार्केट गुजराती मोहल्ला निवासी प्रीटिंग प्रेस मालिक अशोक चौरसिया और चंद्रविहार कॉलोनी निवासी बिल्डर धीरज सिंह के जरिए प्रॉपर्टी के बदले डेढ़ करोड़ रुपए की नई डिमांड रखी गई थी।
पूर्व मंत्री के करीबी हाकिम का 35-45 करोड़ का सेटलमेंट
पाकुड़ के पत्थर कारोबारी व पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के नजदीकी हाकिम मोमिन के 35 से 45 करोड़ रुपए के आयकर सेटलमेंट के एवज में 14 मार्च 2024 को पटना में रिश्वत ली थी। पाकुड़ हरिणडांगा बाजार मसूरी टोला निवासी नीरज अग्रवाल ने रिश्वत की रकम पटना पहुंचाई थी। रिश्वत लेने में मदद करने वाले धनबाद के आईटीओ प्रभाकर प्रसाद को इसके एवज में 16 जून 2024 को चार लाख रुपए मिले थे। देवघर के आईटीओ विकास कुमार ने भी इस मामले में रिश्वत ली थी।
इन पर भी डाले थे डोरे
एफआईआर में दावा है कि एक आईटीओ बृंदा चौधरी के जरिए किसी अरुण कुमार सिंह से भी घूस ली गई थी जबकि पिछले महीने नौ अग्रस्त को संतोष ने आईटीओ प्रभाकर प्रसाद को फोन करके कहा था कि 84 लाख रुपए आयकर के निपटारे के बदले सीए कुमार निशिकांत से 10 लाख रुपए मांगो। यह किसी अज्ञात आयकर दाता का मामला है।
जयप्रकाश देवरालिया के मामले के लिए सांवरिया ने 15 लाख में की थी सेटिंग
सीबीआई ने एफआईआर में दावा किया है कि 29 जून को अशोक चौरसिया ने संतोष कुमार से संपर्क कर बताया था कि चनचनी कॉलोनी के अनिल सांवरिया ‘आपणो घर के संस्थापक जयप्रकाश देवरालिया के सीज फ्लैट के लंबित मामले के निपटारे के एवज में 15 लाख रुपए रिश्वत देने को तैयार हो गए हैं। संतोष 15 लाख रुपए में इस मामले को निपटाने के लिए तैयार हो गए थे। इसकी जानकारी अशोक ने अनिल सांवरिया को भी दी थी।
ओपी अग्रवाल व कृष्ण गोपाल अग्रवाल से लिया था चार लाख
सीबीआई को अपने स्रोत से सूचना मिली थी कि पीसीआईटी संतोष ने धनबाद के कारोबारी ओपी अग्रवाल और कृष्ण गोपाल अग्रवाल से चार लाख रुपए घूस लिए थे। अशोक चौरसिया और सरायढेला शांति कॉलोनी गुरुकृपा ऑटो के बगल में रहने वाले कारोबारी अमर दारूका ने टैक्स माफी के एवज में इस रिश्वतकांड में मध्यस्तता की थी।