संवाददाता। विजय कुमार अग्रहरी।
सोनभद्र के चोपन। ब्लाक स्थित ग्राम रेडिया में बने रोड को लेकर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई है। 10 से 15 दिन हुए रोड कंप्लीट को लेकिन रोड जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने लगी है। दो दिन हुए बारिश से रोड पर बरसात का पानी जमा हो होने लगा है। जिससे आने-जाने वाले रहवासियों को आवागमन में समस्या हो रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि रोड बनने के दौरान हमने मौके पर आए जेई से रोड मानक के अनुरूप बनाने की बात कही थी। तो जेई साहब ठहरे जेई साहब उन्होंने कहा रोड मानक के अनुरूप ही बन रहा है। गरीब भोली भाली जनता को अनपढ़ समझकर पाठ पढ़ा गए जेई साहब। अब उसी का खामियाजा गांव की जनता भुगतने को मजबूर है। बात की जाए पीडब्ल्यूडी विभाग की तो जितने भी कार्य हो रहे हैं। वह ठेकेदार अपनी उच्ची पहुंच का फायदा उठाकर मानकविहीन कार्य करने से बाज नहीं आ रहे हैं। महीना भर चलने वाले रोड निर्माण को देखने की जहमत संबंधित जेई नहीं उठाते। एक दो बार खानापूर्ति के लिए मौका मुआयना करके चले जाते हैं और भोली भाली जनता की आवाज को सुनने से गुरेज करते हैं। वहीं जिला पंचायत सदस्य सुनील सिंह गोंड़ ने कहा कि हमने जिले के आलाधिकारियों को रोड की बाबत डीएम फंड में लेने की बात कही थी। जिला पंचायत की बैठक में आरसीसी रोड व दोनों तरफ नाली का प्रस्ताव रखा था। चुकी क्षेत्र में जिला पंचायत सड़क की जद में न होने के कारण और हमारे कार्य क्षेत्र में न होने की वजह से पीडब्ल्यूडी विभाग की जद में आ रही रोड को पीडब्ल्यूडी विभाग ही काम कर सकती है। कार्य किसी अन्य ठेकेदार को मिला हालांकि पेटी पर लेकर किसी अन्य द्वारा कार्य कराया गया है। बरसात होने के कारण जल्दी ही सड़क क्षतिग्रस्त हो गई। माह के अंदर ही बनी रोड एक बारिश होते ही ध्वस्त हो गई। सड़क के किनारे जो नाली बनी हुई है। उसका भी लेवल ना मिलने की वजह से नाली भी गलत तरीके से बन गई है। रोड मानक अनुरूप बनी होती तो इतनी जल्दी खराब या फेल नहीं हो जाती है।