विंध्य ज्योति/विकास कुमार ‘हलचल’
ओबरा: ओबरा इंटरमीडिएट कॉलेज के गरीब,वंचित और आदिवासी विद्यार्थियों के हक की आवाज को बुलंद करते हुए सैकड़ों विद्यार्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री आशीष सिंह पटेल, एमएलसी विनीत सिंह और सांसद पकौड़ी लाल कोल से मिला। विद्यार्थियों ने पत्र के माध्यम से यह अवगत कराया कि 1600 गरीब,आदिबासी विद्यार्थियों की शिक्षा की एकमात्र उम्मीद ओबरा इंटरमीडिएट कॉलेज को बेच देने के बाद आपके द्वारा मंच पर यह कहा जा रहा है कि यह सरकार एससी-एसटी के साथ-साथ गरीबी के अंतिम पायदान पर खड़े हर व्यक्ति के साथ मजबूती के साथ खड़ी है। यदि यह सही है तो आपको इस इंटर कॉलेज को बचाने के लिए पूरी मजबूती के साथ प्रयास भी करना चाहिए। सभी ने इस घटना पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा गया कि ऐसा होना तो बिल्कुल नहीं चाहिए था लेकिन यदि ऐसा हुआ है तो हमारी सरकार इस गलती को ठीक करने का गंभीर प्रयास करेगी। विद्यार्थियों के समूह को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि जल्दी ही इसका सकारात्मक परिणाम जनता तक पहुंचेगा। मंत्री एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के द्वारा दिए गए इस आश्वासन के बाद विद्यार्थियों के मन में अपने विद्यालय के बचने की एक आखरी उम्मीद दिखाई पड़ रही है। देखना होगा की जन-प्रतिनिधियों द्वारा जनता के समूह के बीच दिए गए आश्वासन में कितनी सच्चाई है? क्या उनकी कथनी और करनी इस सरकार में भी एक ही है,या फिर कुछ और ..???