सैकड़ों से अधिक टीपरो का खदान में भरमार- श्री महादेव इंटरप्राइजेज।
निरीक्षण के बाद भी नहीं थम रहा अवैध तरीके से खनन कार्य, घाटा पूरा करने के नाम पर संचालकों द्वारा दिन व रात किया खनन रूल गायब l।
संवाददाता।मिथिलेश कुमार भारद्वाज
डाला सोनभद्र। स्थानीय बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र के डाला बारी में संचालित पट्टा धारक- श्री महादेव इण्टर प्राइजेज खादान में धारा 22 लगने बाद भी विभागीय मिलीभगत से खनन कर्ताओं द्वारा बड़े पैमाने पर हैवी ब्लास्टिंग कर अवैध तरीक़े से खनन किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो संचालित खदान श्री महादेव इंटरप्राइजेज के खनन संचालकों द्वारा बार बार घाटा दिखाया जाता है वहीं सोमवार को खदान में सैकड़ों से अधिक टीपर का भरमार देखने को मिला स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बन रहा है कि खनन रूल से विपरित जाकर खनन संचालकों द्वारा खनन करते हुए अत्यधिक बोल्डर निकालकर परिवहन धड़ल्ले से किया जा रहा है वहीं दूसरे तरफ लीज एरिया छोड़कर बड़े पैमाने पर पहाड़ी को काटा जा रहा है खनन कार्य में खनन संचालकों द्वारा खनन में इतने मगन हो गए कि क्या दिन क्या रात सब एक समान हो गया है वहीं खनन रूल में अंकित समय सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही खनन होता है जिसके बाद भी विभाग व स्थानीय प्रशासन से मिलीभगत कर खनन का कार्य जोरों पर किया जा रहा है। वहीं जानकारी के अनुसार देर शाम तक सैकड़ों टीपरो से हजारों गाड़ी बोल्डर लोड कर परिवहन जोरो पर मनमानी तौर से किया जाता है जिसमें राजस्व को बड़े पैमाने खनन कर्ता द्वारा चुना लगाया जा रहा है खनन कर्ताओं द्वारा मानक के विपरीत मनमानी रवैये से अवैध तरीके से खनन जारी है शासन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। बात करें तो विभाग का शिकायतों के बाद खानापूर्ति कर वसूली करते हुए पारदर्शिता के साथ कार्य कराया जाना बताया जाता है लेकिन हकीकत कुछ और ही है । नियमानुसार लगभग दो सौ से तीन सौ फिट गहरी खदान में बड़ी बड़ी ओवर वार्डेन हटाने के नाम पर पोकलेन मशीनों का प्रयोग लोडिंग के लिए धड़ल्ले से किया जा रहा है । देखा जाय तो खनन परिहार निवमावली में शर्तों के विपरीत 2021 का पूरा उलंघन विभागीय मिली भगत से किया जा रहा है । अवैध खनन को लेकर शासन व प्रशासन का शख्त निर्देश है कि खनन नियमावली के अनुसार खननं क्षेत्रो में अंधेरा होने के बाद किसी भी मजदूर या मशीनों का खादान के अंदर प्रयोग बंचित है।वही अंधेरा होने के बावजूद भी धड़ल्ले से कार्य को अंजाम दिया जा रहा है जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है। आखीर महादेव इंटरप्राइजेज में खनन की धारा 22 लगने के बाद भी किसके सह पर खनन किया जा रहा है। जाच का विषय है। जहा कुछ दिन पहले शिकायतो को देखते हुए मौके पर ओबरा एसडीएम की टीम के द्वारा खादान का निरीक्षण किया गया था लेकिन इसके बावजूद भी खनन संचालकों पर इसका कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है।