संवाददाता – विजय कुमार अग्रहरि।
सोनभद्र। यूपी में बुधवार को दर्दनाक हादसा की खबर ने सबकों झकझोर कर रख दिया। एक साथ तीन की मौत ने सभी की आंखे नम कर दी। दरसल रायपुर थाना क्षेत्र के बिजवार गांव में बुधवार की सुबह कुएं में लगे पंप को निकालने के लिए नीचे उतरे एक व्यक्ति को बचाने के लिए कुएं में उतरे दो और लोगों की जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गए। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने तीन घंटे बाद किसी तरह कुएं में लोहे का कटिया डाल कर एक-एक करके तीनों युवकों को बाहर निकाला। इसके बाद उन्हें तुरंत नजदीकी सीएचसी केंद्र ले गए। देखते ही सीएचसी के डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिए। जिला अस्पताल ले जाते समय ही तीनों युवकों की मौत हो गई। मौत से गुस्साए परिवारीजनों और ग्रामीणों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सड़क को जाम कर दिया। सोनभद्र के बिजवार गांव का रहने वाला 31 वर्षिय सूर्य प्रकाश बुधवार की सुबह साढ़े छह बजे अपने घर के पास के कुंए में लगे मोनोब्लाक पंप को निकालने के लिए कुंए में उतर रहा था। जब वह कुएं में नीचे पहुंचा तो बेहोश होकर पानी में गिर गया। यह देख मौके पर मौजूद उसका 35 वर्षिय बड़ा भाई दीपक उसे बचाने के लिए कुएं में तुरंत उतर गया। इस दौरान वो भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया। दोनों भाई जब कुछ देर बाद भी कुएं से बाहर नहीं निकले तो पड़ोस में रहने वाले 40 वर्षीय बलवन्त भी दोनों को बचाने के लिए कुएं में उतरे लेकिन दोनों भाइयों की तरह वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गए। बाद में अस्पताल ले जाते समय रास्ते में तीनों युवकों की मौत हो गई। डॉक्टरों द्वारा तीनों की मौत की पुष्टि के बाद परिजन और ग्रामीण आग बबूला हो गए और शव को लेकर गांव चले गए। गांव जाते ही सड़क जाम कर पुलिस और अस्पताल कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगे। वही शव को सड़क पर रखकर जाम की सूचना पर मौके पर सदर एसडीएम और सीओ सदर फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गये घण्टों समझाने के बाद परिजन और ग्रामीण माने, तब जाकर जाम हटा। वही एडिशनल एसपी कालू सिंह ने बताया कि, जिन लोगों की मौत हुई है उसमें एक ही परिवार के दो व्यक्ति और एक पड़ोसी था। कुएं से मोटर पंप निकालने के दौरान ये हादसा हुआ। कुएं में पहले छोटा भाई सूर्यप्रकाश गया था, छोटा भाई जब कुएं से बाहर नहीं निकाला तो दूसरा बड़ा भाई दीपक कुएं में उतरा जब वो भी नहीं निकला तो लोगों ने शोर मचाया। जिसके बाद उसका पड़ोसी बलवंत कुएं में उतर गया। शायद ज़हरीली गैस की वजह से तीनों अचेत हो गए और कुएं से नहीं निकल पाए। लोगों में इस बात का आक्रोश है कि पीएचसी अस्पताल पर जो सुविधा होनी चाहिए वह नहीं है। उसी को लेकर लोगों में आक्रोश में थे और जाम लगाया था। जाम खुल गया है और तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पीएचसी में डॉक्टरों और अन्य सुविधाओं की बाबत समाधान जल्द ही निकाला जाएगा।