
ब्यूरो रिपोर्ट सोनभद्र।
सोनभद्र। महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, उत्तर प्रदेश शासन के मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत सोनभद्र पुलिस द्वारा जनपद में व्यापक जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक सोनभद्र अभिषेक वर्मा के नेतृत्व में जिले के सभी थानों, चौकियों एवं विशेष इकाइयों की टीमें लगातार विभिन्न स्थानों पर पहुंचकर महिलाओं, छात्राओं तथा आमजन को सुरक्षा सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर रही हैं।
*जन-जागरूकता कार्यक्रमों की प्रमुख गतिविधियाँ*
जनपद के स्कूलों, कॉलेजों, राजकीय संस्थानों, ग्रामीण क्षेत्रों, हाट-बाज़ारों एवं सार्वजनिक स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में पुलिस टीमों ने महिलाओं को निम्न विषयों पर जागरूक किया—
दहेज उत्पीड़न, छेड़छाड़, स्टॉकिंग, घरेलू हिंसा एवं अन्य अपराधों के क़ानूनी प्रावधान
महिला हेल्पलाइन 1090, आपातकालीन सेवा 112, महिला संकट हेल्पलाइन 181, साइबर हेल्पलाइन 1930
साइबर अपराधों से बचाव, ऑनलाइन ठगी से सुरक्षा उपाय
सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग के तरीके
आत्मरक्षा के सरल व उपयोगी व्यावहारिक उपाय
इन कार्यक्रमों में ‘महिला हेल्प डेस्क’ और ‘मिशन शक्ति कक्ष’ की कार्यप्रणाली, शिकायतों की त्वरित सुनवाई एवं पुलिस की संवेदनशील कार्रवाई की प्रक्रिया पर भी विस्तृत जानकारी दी गई।
*पुलिस टीमों की सक्रिय भूमिका-*
एंटी रोमियो स्क्वॉड द्वारा भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सतत गश्त
बीट पुलिस द्वारा घर-घर संपर्क कर महिलाओं को सुरक्षा संबंधी जानकारी
महिला पुलिसकर्मियों द्वारा छात्राओं से संवाद व काउंसलिंग
जरूरतमंद महिलाओं के लिए विशेष सहायता टीमों की तैनाती
पुलिस अधीक्षक सोनभद्र श्री अभिषेक वर्मा ने कहा—
“मिशन शक्ति अभियान जागरूकता के साथ-साथ महिलाओं की सम्मानजनक सुरक्षा सुनिश्चित करने का संकल्प है। हमारा उद्देश्य है कि हर महिला सुरक्षित वातावरण में निर्भीक होकर अपना जीवन जी सके तथा किसी भी समस्या में तुरंत पुलिस से संपर्क करे।”
*अभियान के सकारात्मक परिणाम-*
महिलाओं में सुरक्षा के प्रति जागरूकता में वृद्धि
छात्राओं में आत्मविश्वास व सुरक्षा जागरूकता का विकास
साइबर अपराध की रिपोर्टिंग में सुधार
पुलिस व आमजन के बीच संवाद व भरोसा सुदृढ़
सोनभद्र पुलिस द्वारा मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत ऐसे जागरूकता कार्यक्रम भविष्य में भी लगातार आयोजित किए जाते रहेंगे, जिससे जनपद की महिलाओं के लिए अधिक सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण सुनिश्चित हो सके।

