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Success Story: फर्रुखाबाद की शालिनी पाठक ने पति की मौत के बाद सदागति महिला स्वयं सहायता समूह बनाकर धूपबत्ती उद्योग शुरू किया. इस काम से उनकी जिंदगी बदल गई. आज वह घर बैठे तगड़ी कमाई कर रही हैं और दूसी महिलाओं को भी रोजगार दे रही हैं.
फर्रुखाबाद: भारत की महिलाएं मुश्किलों के बीच भी हार नहीं मानती बल्कि मुश्किलों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ जाती हैं. कुछ ऐसी ही कहानी है उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद की यह प्रगतिशील महिला की, जिनके जीवन में उस समय दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, जब उनके पति का देहांत हो गया. इसके बाद जिम्मेदारियां बढ़ने लगी. ऐसे में परिवार और बच्चों को संभालने के साथ ही इन्होंने कुछ बड़ा करने की ठानकर अपने सफ़र को आगे बढ़ाया. आज वह आत्मनिर्भर बन चुकी हैं.
लोकल18 से बातचीत में शालिनी पाठक ने बताया कि पति के देहांत के बाद जब घर चलाना मुश्किल हो गया तो उन्होंने धूप बत्ती और पूजन सामग्री बनाने का काम शुरू किया. इस उद्योग को शुरू किए एक वर्ष हो गया है. जिससे वह आज काफी खुश हैं, क्योंकि उनके उत्पाद की डिमांड लगातार बढ़ रही है. जब घर पर ही रहकर कुछ काम करने का मन बनाया तो इन्होंने आजीविका मिशन के तहत गांव की महिलाओं के साथ मिलकर एक समूह बनाया, फिर उसमें काम करना शुरू किया. सरकार द्वारा मिली सहयोग राशि से इन्होंने धूप बत्ती बनाने का काम शुरू किया. समय के साथ इनके उत्पादों की डिमांड बढ़ने लगी और इनका कारोबार भी. सदागति महिला स्वयं सहायता समूह के तहत यह काम शुरू किया गया. आज गांव की महिलाओं को भी उन्होंने अपने उद्योग में जोड़ रखा है, जिससे दूसरी महिलाएं भी अब सशक्त बना रही हैं.
ये उत्पाद हैं खूब मशहूर
धूपबत्ती, धूपकप, परफ्यूम, दर्जनों प्रकार के फ्लेवरों से तैयार धूपबत्ती की पूरी सीरीज. जिसमें आपको ₹10 से लेकर₹100 तक के बड़े बॉक्स मिल जाएंगे. जिसमें आपको सुगंधित धूप मिलेगी, जिससे घर और कमरों को सुगंध से महका सकते हैं.
फर्रुखाबाद के सेंट्रल जेल बिजाधारपुर गांव में सभी प्रकार के धूप बत्ती के फ्लेवर आपको मिल जाएंगे. यहां रेट भी बेहद उचित रहते हैं. आप सबसे छोटा पैकेट के साथ ही बड़े पैकेट के भी ऑर्डर कर सकते हैं. यहां पर आपको जो भी फ्लेवर में धूपबत्ती चाहिए वो आप आर्डर दे सकते हैं. यहां पर आसपास के कई जिलों से लोग पहुंचकर धूपबत्ती खरीदकर ले जाते हैं.

पिछले एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं. 2010 से अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की, जिसके बाद यह सफर निरंतर आगे बढ़ता गया. प्रिंट, टीवी और डिजिटल-तीनों ही माध्यमों में रिपोर्टिंग से ल…और पढ़ें
पिछले एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं. 2010 से अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की, जिसके बाद यह सफर निरंतर आगे बढ़ता गया. प्रिंट, टीवी और डिजिटल-तीनों ही माध्यमों में रिपोर्टिंग से ल… और पढ़ें



