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BWF World Junior Championships 2025: तन्वी शर्मा गोल्ड नहीं जीतने से निराश हैं. उन्होंने कहा कि अभी उनके खेल में सुधार करने की जरूरत है. तन्वी को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है.
तन्वी शर्मा को गोल्ड से चूकने का है मलाल. गुवाहाटी. घरेलू सरजमीं पर विश्व जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने से भारत की उभरती हुई शटलर तन्वी शर्मा खुश है लेकिन वह भविष्य में अपने खेल के कई पहलुओं पर सुधार करने के लिए तैयार है. तन्वी ने कहा कि उन्हें धैर्य बनाये रखना, नेट के इस्तेमाल और मानसिकता को मजबूत करने पर काम करना होगा. सोलह साल की यह खिलाड़ी पूर्व विश्व नंबर एक साइना नेहवाल और अपर्णा पोपट के नक्शेकदम पर चलते हुए टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाली केवल तीसरी भारतीय महिला शटलर बनी.
पंजाब की यह खिलाड़ी पार्क ताए-सांग के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेती हैं. उन्होंने कहा, ‘मेरे कोच हमेशा मुझे खेल में बने रहने, रैलियां खेलने और निरंतरता से अंक हासिल करने पर ध्यान देने के लिए कहते हैं. लेकिन कभी-कभी मैं छोटी-छोटी गलतियां कर देती हूं और मुझे इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे अपने नेट प्ले और कोर्ट पर अपनी सहनशक्ति पर काम करने की जरूरत है. मैं इसी पर पूरा ध्यान दूंगी.’ उन्होंने , ‘हर बार जब मैं हारती हूं, तो कुछ नया सीखती हूं। मैं पहले भी यूएस ओपन और ओडिशा ओपन जैसे टूर्नामेंटों के फाइनल हार चुकी हूं. इससे दुख होता है, लेकिन मैं मानसिक रूप से मजबूत रहूंगी और खुद से कहूंगी, शायद अगली बार.’

करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से…और पढ़ें
करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से… और पढ़ें



