Last Updated:
Neeraj Chopra vs Arshad Nadeem: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में नीरज चोपड़ा और अरशद नदीम टोक्यो में गुरुवार को फाइनल में आमने-सामने होंगे. नीरज पाकिस्तानी एथलीट अरशद की प्रतिभा से वाकिफ हैं। वो उन्हें हल्के में लेने की भूल नहीं करेंगे.
नीरज और नदीम गुरुवार को आमने-सामने होंगे. क्वालिफायर में नीरज नदीम से आगे
भारत के ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के स्टार एथलीट अरशद नदीम के बीच यह भिड़ंत न केवल दर्शकों को रोमांचित करेगी, बल्कि दोनों देशों की राष्ट्रीय प्रतिष्ठा के लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण है. क्वालिफिकेशन राउंड में अरशद नदीम ने अपने अनुभव का शानदार प्रदर्शन किया. शुरुआती दो प्रयासों में कमजोर थ्रो के बावजूद तीसरे प्रयास में उन्होंने 85.28 मीटर का थ्रो कर ऑटोमेटिक क्वालिफिकेशन मार्क पार किया और फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली. यह थ्रो दर्शाता है कि क्यों उन्हें मौजूदा ओलंपिक चैंपियन कहा जाता है. नीरज चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में 84.50 मीटर का शानदार थ्रो कर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया. यह वही स्टेडियम है जहां उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीता था.
पिछले साल पेरिस ओलंपिक में अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का अविश्वसनीय थ्रो कर स्वर्ण पदक जीता था जबकि नीरज चोपड़ा 89.45 मीटर के साथ रजत पदक पर रहे थे. वो ओलंपिक गोल्ड के डिफेंडिंग चैंपियन होने के बावजूद दूसरे स्थान पर रहे. ऐसे में अब नीरज के सामने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप का अपना खिताब डिफेंड करने की चुनौती है. अगर वो फाइनल में खिताब बचाने में सफल होते हैं तो वे इतिहास में सिर्फ तीसरे एथलीट बन जाएंगे जिन्होंने भाला फेंक विश्व खिताब को डिफेंड किया हो.
किस-किसने किया फाइनल में क्वालिफाई
क्वालिफिकेशन राउंड में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगियों का स्तर भी ऊंचा रहा. ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स ने 89.53 मीटर का थ्रो कर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया, वहीं केन्या के जूलियस येगो और जर्मनी के जूलियन वेबर ने भी शानदार प्रदर्शन किया. इस तरह फाइनल में दुनिया के शीर्ष भाला फेंक खिलाड़ी एक ही मंच पर होंगे. यह मुकाबला केवल खेल का नहीं है. भारत-पाकिस्तान के बीच हाल के राजनीतिक तनाव, ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के रिश्ते बेहद संवेदनशील हैं. क्रिकेट में पहले ही एशिया कप के दौरान विवाद और हाथ न मिलाने की घटनाएं सुर्खियों में रही हैं. ऐसे में नीरज बनाम नदीम की भिड़ंत खेल से परे जाकर राष्ट्रीय गौरव और प्रतिष्ठा का प्रतीक बन गई है.

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें


