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सुशांत सिंह राजपूत की कम उम्र में आत्महत्या के बारे में सभी जानते हैं लेकिन उन्हीं की तरह सक्सेसफुल एक साउथ सिनेमा का भी होनहार हीरो था. उसने भी सुशांत की तरह की फांसी लगाकर खुद की जान दे दी थी.

हाइलाइट्स
- 90 और 2000 के दशक में कुणाल ने अपने अभिनय से सबका दिल जीता था
- हरियाणा के रहने वाले थे कुणाल सिंह
- अभिनेता मानसिक रूप से परेशान थे
नई दिल्लीः सिनेमा की दुनिया, जो बाहर से आकर्षक और शानदार लगती है, उसके कई अंधेरे पहलू भी हैं. पर्दे पर मुस्कुराते और अभिनय करते कलाकारों के अंदरूनी पन्ने हजारों कहानियां बयां करते हैं. सिनेमा में ऐसे कई सेलिब्रिटी हुए हैं जिन्होंने जल्द ही सफलता हासिल की लेकिन वे लंबे वक्त तक पर्दे पर नहीं रह सके. तमाम तो ऐसे भी हैं जिन्होंने इंडस्ट्री में रहते आत्महत्या भी है लेकिन उनके ऐसा करने के पीछे की असली वजह नहीं पता चल सकी. बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह की मौत ऐसी ही एक घटना है. इसके कारण के बारे में कई अटकलें लगाई गई हैं, लेकिन कोई उत्तर नहीं मिल पाया है. प्रशंसक इस बात से दुखी हैं कि उन्होंने एक अच्छा अभिनेता खो दिया है. लेकिन उनकी ही तरह तमिल सिनेमा में एक ऐसा अभिनेता था.
जिस अभिनेता के बारे में हम यहां चर्चा कर रहे हैं वो भी सुशांत की तरह की दिलचस्प था और जल्द ही उसने सक्सेस पाई थी. उसका नाम कुणाल सिंह था. उन्होंने 1999 में फिल्म ‘लवर्स डे’ से तमिल सिनेमा में अभिनेता के रूप में अपनी शुरुआत की, जिसे हम सभी जानते हैं. यह फिल्म बहुत बड़ी हिट रही और कुणाल को सुर्खियों में ला दिया.
कुणाल ने 90 और 2000 के दशक में अपने अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया था. वो हरियाणा से ताल्लुक रखते थे लेकिन पहचान उन्हें साउथ सिनेमा में मिली थी. उन्होंने अगली बार फिल्म ‘परवई ओधे पोधामे’ में अभिनय किया, जो 2001 में रिलीज हुई थी. फिल्में ‘पुन्नकाई देसम’ और ‘वरुशामेल्लम वसंतम’ बहुत हिट रहीं. ऐसा भी कहा जाता है कि जिन फिल्मों में उन्होंने अभिनय किया उनमें से कुछ फिल्में रिलीज नहीं हुईं. कुणाल की आखिरी फिल्म ‘नानबनिन कधली’ 2007 में रिलीज हुई थी. अभिनेता के अलावा वो असिस्टेंट फिल्म एडिटर भी रह चुके हैं. कुणाल ने फिल्में भी प्रोड्यूस की हैं.
कुणाल का विवाह अनुराधा से हुआ है और उनके दो बच्चे हैं. लेकिन कहा जाता है कि उनका वैवाहिक जीवन बहुत सुखी नहीं था. ऐसी भी खबरें सामने आईं कि कुणाल इस वजह से मानसिक रूप से परेशान था. साल 2008 में कुणाल को उनके मुंबई स्थित घर में फांसी पर लटका हुआ पाया गया, जिससे फिल्म उद्योग को झटका लगा था. तमिल फिल्म उद्योग अभी भी एक प्रतिभाशाली अभिनेता को खोने की त्रासदी से उबर नहीं पाया है.
मैं मोहनी गिरी न्यूज 18 हिंदी में एंटरटेनमेंट टीम (रिजनल सिनेमा) से जुड़ी हूं. इससे पहले नवभारत टाइम्स, जनसत्ता, पत्रिका जैसे संस्थानों में काम कर चुकी हूं. अपने 7 साल से ज्यादा करिएर में में मैंने कई क्षेत्रों …और पढ़ें
मैं मोहनी गिरी न्यूज 18 हिंदी में एंटरटेनमेंट टीम (रिजनल सिनेमा) से जुड़ी हूं. इससे पहले नवभारत टाइम्स, जनसत्ता, पत्रिका जैसे संस्थानों में काम कर चुकी हूं. अपने 7 साल से ज्यादा करिएर में में मैंने कई क्षेत्रों … और पढ़ें



