संवाददाता। मिथिलेश कुमार भारद्वाज।
-ग्रामीणो को बिजली का जलते हुए बल्ब भी नसीब नहीं हो पा रहा है।
-आजादी के बाद भी अभी तक नहीं पहुंचा उक्त टोला में बिजली।
डाला सोनभद्र। विकास खण्ड चोपन क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोटा के टोला कजरहट में बिजली की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान आकर्षित करवाया गया
शनिवार को दोपहर लगभग एक बजे ग्राम पंचायत कोटा के टोला कजरहट के ग्रामीणों ने डाला चुड़ी गली से कोटा के संपर्क मार्ग पर खड़े होकर विरोध प्रदर्शन करते हुए बिजली लगवाने हेतु मांग करते हुए विनोद पाठक नागेन्द्र पासवान मोनू पाठक उमेश यादव बुल्लू यादव लालजी शिव शंकर अक्षय यादव शिव प्रसाद राजेश यादव लहरी यादव रामप्रसाद यादव मोनू दुखी यादव अमरेश यादव अखिलेश यादव दिनेश रोशन केशव सुरेश अम्रीत खुशी राम यादव विद्यावती देवी बसंती देवी ललिता देवी किस्मतिया देवी बिदावती देवी बैजयंती देवी तीशा देवी मिना देवी निशा कुमारी फूलकुमारी ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत कोटा के टोला कजरहट , खटखर, पचूडीह लगभग 300 से 500 घर आबाद है जो आजादी के बाद से 2024 बितने को है लेकिन अभी तक बिजली नहीं आई है और बिजली के समस्या से जूझ रहे हैं वहीं लोगों ने बताया कि डाला बाजार से महज एक किलोमीटर दूरी पर कजरहट अत्यधिक पिछड़ा पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है जहा इस टोला के चारों तरफ बिजली के खम्भों पर बल्ब जगमगाते हुए दिखाई देते और इस गांव में अंधेरा रहता है जिसको लेकर हम सभी ग्रामीणों ने पुर्व में कई बार संबंधित विभाग व जिलाधिकारी को अवगत कराया जा चुका है लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई हम सभी के बच्चों को रात में पढ़ाई लिखाई में बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है रात में खाना बनाने के साथ परवरिश में दिक्कत होती है वहीं महिलाओं को पिढी दर पिढी के बुजुर्गो ने अंधेरे में बिता दिए लेकिन घर में बिजली के जलते हुए एक बल्ब को नहीं देख पाए और बिजली नहीं होने के आए दिन मन में एक डर सा बना हुआ रहता है अंधेरे के कारण कोई जीव जंतु काट ना ले इन्हीं सब कारणों के हम सभी गांव वाले यूपी के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी जी, जिलाधिकारी सोनभद्र महोदय जी एव बिजली विभाग का ध्यान आकर्षित करवाते हुए विरोध प्रदर्शन के माध्यम से अनुरोध करते हैं कि हमारे इस जटिल समस्या का जल्द से जल्द निराकरण कर बिजली उपलब्ध करवाएं वहीं यूपी के सोनभद्र जिला बिजली उत्पादन में उत्तर प्रदेश को सबसे अधिक बिजली देने वाला जिला माना जाता है और यहा ये हाल है कि ग्रामीणो को बिजली का बल्ब भी नसीब नहीं हो रहा है