संवाददाता। विशाल गुप्ता ।
बीजपुर(सोनभद्र)एनटीपीसी रिहंद थर्मल पावर प्लांट से राख निस्तारण नीति दिन प्रतिदिन आम आवाम के लिए मुसीबत का स्वरूप बनती जा रही है।जिलाधिकारी सोनभद्र के सख्त आदेश के बावजूद राख बंधे से ओवरलोड़ राख परिवहन पर अंकुश नही लग रहा ऊपर से रास्ते भर सड़क पर राख गिराए जाने से आम जनमानस का पैदल तथा दुपहिया वाहन से सफर करना मुश्किल हो गया है।आयेदिन सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत हो रही है तो पानी छिड़काव के नाम पर ठेकेदार कोरम पूरा कर धन का बंदर बांट कर रहा है।चौबीस घण्टा सड़क पर उड़ रही राख के गुबार से घर फसल जंगल खाना पानी सब कुछ दूषित हो गया है।जहरीली राख से इंशानी जिंदगी में तरह तरह की बीमारी खांसी आखों में जलन से लोग आक्रोशित हैं।ग्रामीणों का मानना है कि अगर भारत सरकार राख निस्तारण के लिए कोई ठोस उपाय जल्द नही बनाती है तो लोडिंग स्थल से अनलोडिंग स्थल तक एक दो वर्ष में सड़क किनारे जगह जगह राख के हजारों टन ढेर लग जायेगा।परिवहन में लगी सैकड़ों हाइवा नकटू स्थित धर्म कांटा के पास नदी किनारे जंगल के तटीय क्षेत्र में अनाधिकृतिक रूप से राख पाट रहे है इतना ही नही नकटू से जरहा तक जंगल में दर्जनों जगह राख के ढेर देखे जा सकते हैं जो बरसात के मौसम में बह कर रिहंद जलाशय में पहुँच रहा है।इस बाबत गत दिनों एनटीपीसी रिंहद के सीजीएम पंकज मेंदीरत्ता के प्रेस मीट में पत्रकारों ने राख का मुद्दा भी उठाया था सड़क पर बीजपुर से नेमना तक पानी छिड़काव की माँग भी रखी गयी उन्हों ने गम्भीरता से मामले को देखते हुए आस्वासन भी दिया था लेकिन मामला ठंडे बस्ते में चला गया।सोमवार को नकटू स्थित बैढन मोड़ पर गिरी राख से लोगों को हुई परेशानी की फोटो भेज वर्जन मांगा गया लेकिन राख प्रबन्धन और पीआर विभाग ने संज्ञान ही नही लिया।