देवरिया जिले के 22 राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों की कमी से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। 5,000 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, लेकिन कई स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती नहीं है। 225 स्वीकृत पदों में से केवल…
देवरिया, निज संवाददाता। जिले के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों को शिक्षा देने के लिए विभाग के अधिकारी दम भर रहे है। वहीं शिक्षकों का स्कूलों में अकाल पड़ गया है। जिले के 22 राजकीय विद्यालयों में पांच हजार छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे है। जिसमें से तीन स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती ही नहीं है। उन विद्यालयों में दूसरे राजकीय विद्यालयों के शिक्षकों को संबंद्ध कर चलाया जा रहा है। जिले में 225, प्रवक्कता और सहायक अध्यापकों के स्थान पर 101 शिक्षक ही तैनात है। जिसमें मात्र 79 सहायक अध्यापक है। वर्ष 2024-25 का सत्र जिले के राजकीय विद्यालयों में शुरु हो गया है। राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए शिक्षकों ने गांव में लोगों से सम्पर्क कर नामांकन कराया। पीएमश्री राजकीय इंटर कॉलेज में 1627, कस्तूरबा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में 1192, राजकीय कन्या इंटर कॉलेज सलेमपुर में 12, राजकीय कन्या इंटर कॉलेज इन्दूपुर में 236, पं.दीन दयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज टीला टॉली देसही देवरिया में 220, राजकीय उच्चर माध्यमिक विद्यालय भरहेचौरा में 28, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोनाह सुरतपुरा में 8, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मलघोट विरैचा में 26, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़का गांव में 113, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सवना लक्ष्मन में 97, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामपुर महुआबारी में 73,राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गौरा रामपुर कारखाना में 57,राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिलहटा रुद्रपुर में 50,राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पैना बरहज में 62, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बागापार गौरीबाजार में 44, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लबकनी गंगा बरहज में 92, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नकईल रुद्रपुर में 85, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुण्डौली लार में 17, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भटजमुआंव में 55, शहीद प्रेम सागर राजकीय कन्या इंटर कॉलेज टीकमपार में 145, स्वर्गीय वीरेंद्र बहादुर राव राजकीय इंटर कॉलेज नगवा खास रुद्रपुर में 398 और राजकीय इंटर कॉलेज बढ़पुरवा बरहज में 401 छात्र शिक्षा ग्रहण करते है। इन विद्यालयों में शिक्षकों के अभाव में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। जिले के शहीद प्रेम सागर राजकीय कन्या इंटर कॉलेज , स्वर्गीय वीरेंद्र बहादुर राव राजकीय इंटर कॉलेज और राजकीय इंटर कॉलेज में किसी शिक्षक की तैनाती नहीं है। इन विद्यालयों में दूसरे राजकीय विद्यालयों के शिक्षकों को संबंद्ध कर शिक्षण कार्य पूरा कराया जा रहा है। जिले के 22 राजकीय विद्यालयों में कुल 225 शिक्षकों के पद स्वीकृत है, इसके सापेक्ष 50 प्रतिशत से भी कम शिक्षक तैनात है। वर्तमान में जिले में 101 शिक्षक राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में तैनात है। जिसमें से 79 सहायक अध्यापक है। सहायक अध्यापक के 89 पद रिक्त है। वहीं प्रवक्ता के पद भी रिक्त चल रहे है। शिक्षकों के अभाव में स्कूलों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है।
11 सहायक अध्यापकों का हुआ तबादला , नहीं आया कोई शिक्षक
जिले के छात्रों को बेहतर शिक्षा देने के लिए जनपद में 22 राजकीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। इसमें 8 इंटर कॉलेज और 14 राजकीय उ. मा. विद्यालय शामिल हैं। राजकीय विद्यालयों के लिए विभाग ने अलग अलग पदों के सापेक्ष शिक्षक और कर्मचारियों की नियुक्ति किया। जिले के 22 राजकीय विद्यालयों में 79 सहायक अध्यापक तैनात है। कुछ माह पूर्व ही जिले में तैनात 11 शिक्षकों का तबादला दूसरे जनपद में हो गया। शिक्षकों को कार्यमुक्त कर दिया गया, लेकिन कोई भी शिक्षक जिले में नहीं आया।
राजकीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। शिक्षकों की कमी को देखते हुए शिक्षकों को उपलब्ध कराने के लिए पत्राचार किया गया है। जिससे आने वाले दिनों में स्कूलों में शिक्षकों को मिलने की उम्मीद है।
शिवनारायण सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक,देवरिया।