लखनऊ के विकासनगर सेक्टर आठ अम्बेडकर पार्क में पुलिस की दबिश में पकड़े गए दलित युवक की थाने में मौत के मामले में सियासत गर्माती जा रही है। राजनीतिक दलों ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। इसको देखते हुए दोषी चार पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विकासनगर थाने में तैनात शैलेंद्र समेत चार पुलिस कर्मियों पर गैर इरादतन हत्या और एससीएसटी एक्ट समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। इससे पहले रविवार को दलित युवक की मौत के मामले में बसपा का एक प्रतिनिधि मंडल पीड़ित परिवार के घर पहुंचा। दोपहर में नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद, मोहनलालगंज सीट से सपा सांसद आरके चौधरी और सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया भी विकास नगर पहुंचे। यहां पीड़ित परिवार से मुलाकात की। साथ ही दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।
क्या है पूरा मामला
विकासनगर सेक्टर आठ अम्बेडकर पार्क में शुक्रवार देर रात जुआरियों को पकड़ने गई पुलिस ने दबिश दी थी। इस दौरान पुलिस ने 25 वर्षीय अमन को पकड़ लिया और उसे थाने ले आई थी। आरोप था कि पुलिसकर्मियों ने अमन को बुरी तरह से थाने के अंदर पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी जब परिजनों को लगी तो सभी आक्रोशित हो गए और यूपी 112 के पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। परिवारीजनों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान एक करोड़ रुपये मुआवजे और मृतक आश्रित के लिए सरकारी नौकरी और आरोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। घंटों विरोध प्रदर्शन चलता रहा। सैकड़ों लोग अमन के परिवारीजन की ओर से जुट गए। बवाल बढ़ता देख एसीपी गाजीपुर अनिद्य विक्रम सिंह, पुलिस उपायुक्त उत्तरी आरएन सिंह अन्य अफसर और थानों का पुलिस बल पीएसी मौके पर पहुंची। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने खुर्रमनगर से निशातगंज जाने वाले मार्ग पर बैरीकेडिंग कर दी थी।
मायावती ने ट्वीट कर सरकार पर लगाया था आरोप
अमन की मौत के मामले में दोषी चार पुलिसकर्मियों पर बसपा प्रमुख मायावती ने कार्रवाई की मांग की थी। शनिवार शाम बसपा प्रमुख ने अपने आधिकारिक ”एक्स” खाते पर एक पोस्ट में कहा था, ‘उप्र की राजधानी लखनऊ के मोहल्ला गंजरहापुरवा स्थित डा. भीमराव अम्बेडकर पार्क में घूमने गए एक दलित युवक के साथ कल शाम (शुक्रवार) पुलिस की बर्बरता से हुई मौत की घटना अति-दुःखद है। मायावती ने इसी पोस्ट में कहा कि इस घटना से लोगों में रोष व्याप्त है सरकार और (सरकार) दोषी पुलिस वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे तथा पीड़ित परिवार की पूरी मदद भी करे।