मध्य प्रदेश में दिल्ली मुंबई रेलवे ट्रैक पर हाल ही में रेल पटरियों पर डेटोनेटर लगाने की घटना पर रेलवे का बयान सामने आया है। रेलवे ने कहा कि ये डेटोनेटर नुकसानदायक नहीं होते। इनका इस्तेमाल तो वही करती है लेकिन…
मध्य प्रदेश में दिल्ली मुंबई रेलवे ट्रैक पर हाल ही में रेल पटरियों पर डेटोनेटर लगाने की घटना के बाद कुछ समय के लिए ‘मिलिट्री स्पेशन ट्रेन’ को रोकना पड़ा था। घटना बुधवार को नेपानगर और खंडवा स्टेशन के बीच सागफाटा के पास हुई थी। इसके बाद ट्रैक का निरीक्षण कर ट्रेन को रवाना किया गया था। ट्रेन चालक की ओर से इस घटना की जानकारी भुसावल मंडल में दर्ज कराई गई थी। इस घटना के बाद शनिवार को रेलवे सुरक्षा बल, स्थानीय पुलिस और सुरक्षा जांच एजेंसियां मौके पर पहुंची थीं।
रेलवे खुद करता है इनका इस्तेमाल
इस घटना को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे। अब इस घटना पर रेलवे का बयान सामने आया है। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने कहा कि ये डेटोनेटर रेलवे की ओर से ही दिए गए थे। ये सामान्य इस्तेमाल वाले पटाखे हैं। इनका इस्तेमाल रेलवे संकेतक के रूप में विशेष परिस्थितियों में करता है। इन पटाखों की तेज आवाज से ड्राइवर को सतर्क किया जाता है।
साफ मौसम में क्यों लगाए डेटोनेटर?
स्वप्निल नीला ने बताया कि जब ये पटाखे फटते हैं तो तेज आवाज होती है जो ड्राइवर को संकेत देती है कि आगे कोई अवरोध, कोहरा या धुंध है। हालांकि इनका इस्तेमाल साफ मौसम में क्यों इस्तेमाल किया गया यह जांच का विषय है। रेलवे अधिकारी ने कहा कि साफ मौसम के कारण कोई अप्रिय स्थिति नहीं थी, ना तो इन्हें फोड़ने का कोई औचित्य था। फिर इन पटाखों को क्यों फोड़ा गया।
गश्त करने वाले अधिकारियों से पूछताछ
आरपीएफ इसकी जांच कर रहा है। इसकी हर एंगल से जांच की जा रही है। इन्हें किसने लगाया इसको इसकी सघन छानबीन की जा रही है। जब भी इस मामले में कोई नई जानकारी सामने आएगी। हम साझा करेंगे। वहीं रेलवे के एक अन्य शीर्ष अधिकारी ने बताया कि घटना के वक्त ‘मिलिट्री स्पेशन ट्रेन’ खंडवा से जा रही थी। इस मामले में गश्त करने वाले अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है। आरपीएफ की ओर से 10 से 12 कर्मचारियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। घटना की जांच जारी है।