पीलीभीत. बीते सोमवार पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आंतकी पुलिस से हुई मुठभेड़ में ढेर हुए थे. मुठभेड़ में ढेर हुए तीनों आतंकी पंजाब में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमला कर पीलीभीत में छिपे हुए थे. आतंकी पीलीभीत तक कैसे पहुंचे और यहां उनका मददगार कौन था यह सबसे बड़ी पहेली बनी हुई है. इसी पहेली को सुलझाने के लिए स्थानीय पुलिस के साथ ही साथ एटीएस और एनआईए ने भी पीलीभीत में डेरा जमाया हुआ है.दरअसल तीन खालिस्तानी आतंकी वीरेंद्र सिंह, गुरविंदर सिंह व जश्नप्रीत सिंह ने पंजाब के गुरदासपुर जिले की पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से हमला किया था. इस हमले की जिम्मेदारी खालिस्तान ज़िंदाबाद फोर्स (KZB) ने ली थी.
गुरदासपुर जिले में हमले को अंजाम देने के बाद तीनों आतंकी उत्तर प्रदेश के पीलीभीत स्थित पूरनपुर कस्बे में छिपे हुए थे. सोमवार 23 दिसंबर तड़के पंजाब पुलिस ने इन आतंकियों के पूरनपुर में छिपे होने की जानकारी पीलीभीत पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पीलीभीत पुलिस हरकत में आई और इलाके में नाकाबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. पूरनपुर पुलिस को इन 3 आतंकियों के एक पिकेट से गुजरने की जानकारी मिली. सूचना मिलते ही पूरनपुर और माधोटांडा थाना पुलिस ने आतंकियों का पीछा किया.
कौन है पीलीभीत में आतंकवादियों का मददगार?
हरदोई ब्रांच नहर की पटरी पर पहुंचते ही आतंकियों ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई के दौरान तीनों आतंकियों को पुलिस की गोली लगी और उन्हें इलाज के लिए पूरनपुर सीएचसी लाया गया. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पूरा घटनाक्रम दुनियाभर में सुर्खियों में बना हुआ है. लेकिन इस सब के बीच सबसे बड़ा और अहम सवाल यह है कि खालिस्तानी आतंकियों ने हमले के बाद शरण लेने के लिए पीलीभीत को ही क्यों चुना और यहां कौन उनका मददगार था.
पुराना है पीलीभीत और आतंक का रिश्ता
गौरतलब है कि इससे पहले भी पीलीभीत खालिस्तानी आतंकियों की शरणस्थली रहा है. चाहें 90 के दशक का आतंकवाद हो या फिर खालिस्तान समर्थक और अब सांसद अमृतपाल सिंह की फरारी, खालिस्तान के तार तराई से जुड़ते आए हैं. पीलीभीत के खालिस्तान लिंक तलाशने लिए एसपी पीलीभीत अविनाश पांडे खुद पूरनपुर में कैंप कर रहे हैं. पूरे घटनाक्रम की जांच को लेकर पीलीभीत पुलिस की 12 टीमें गठित की गई हैं. स्थानीय पुलिस के साथ ही साथ एटीएस और एनआईए भी पूरनपुर में कैंप कर खालिस्तान के तराई लिंक को तलाश रही है. प्रारंभिक जांच में पुलिस को खालिस्तानी आतंकियों के ठहरने के स्थान का पता चला है. आतंकी पूरनपुर स्थित एक होटल में ठहरे थे.
FIRST PUBLISHED : December 25, 2024, 18:20 IST