देवरिया, निज संवाददाता। टीसी में फर्जी जन्म तिथि दर्ज करने के मामले में सदर
देवरिया, निज संवाददाता। टीसी में फर्जी जन्म तिथि दर्ज करने के मामले में सदर कोतवाली क्षेत्र के एक प्राइवेट विद्यालय के प्रधानाध्यापक को गुजरात पुलिस उठा ले गयी है। प्रधानाध्यापक ने बालिग युवती को नाबालिग होने का प्रमाण पत्र जारी किया था। युवक, युवती के फरार होने पर युवती के परिजनों ने युवक के खिलाफ केस दर्ज कराने को विद्यालय से युवती के नाबालिग होने का फर्जी टीसी बनवाया था। गुजरात पुलिस द्वारा करायी गयी जांच में युवती बालिग मिली है।
सदर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की युवती का एक युवक से प्रेम संबंध था। दोनों मोबाइल पर चोरी छिपे बात करते थे। कुछ समय पहले युवक और युवती घर से फरार हो गये। इसकी जानकारी होने पर युवती के परिजन युवक के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कराने को युवती को नाबालिग दिखाने को उन्होंने कोतवाली क्षेत्र के एक प्राईवेट विद्यालय के प्रधानाध्यापक से संपर्क किया। प्रधानाध्यापक ने परिजनों की मंशा के अनुसार युवती के नाबालिग होने का स्थानान्तरण प्रमाण पत्र यानी टीसी जारी कर दिया।
इसमें लिखे जन्म तिथि के अनुसार नाबालिग बताकर युवती के परिजनों ने युवक के खिलाफ केस दर्ज करा दिया। युवक और युवती दोनों गुजरात चले गये। वहां पर उन्होंने पुलिस की शरण ली और विद्यालय द्वारा जारी प्रमाण पत्र को फर्जी बताते हुए युवती ने अपने को बालिग बताया। इसे साबित करने को युवती द्वारा कुछ साक्ष्य भी उपलब्ध कराया गया। पुलिस द्वारा साक्ष्य की जांच व मेडिकल कराने पर युवती बालिग पायी गयी।
इसके बाद गुजरात पुलिस नाबालिग का प्रमाण पत्र जारी करने वाले की तलाश में जुट गयी। तीन दिन पूर्व गुजरात पुलिस देवरिया पहुंची और बालिग को नाबालिग साबित करने को प्रमाण पत्र जारी करने वाले प्रधानाध्यापक को अपने साथ लेकर चली गयी।