झारखंड के हेमराज हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए हथियार और गाड़ी के अलावा दो महिलाएं सहित आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने हत्याकांड में प्रयुक्त एक चाकू, हत्या के समय पहने अंग वस्त्र, दो वाहन तथा एक पिस्टल, तीन देसी कट्टा, चार गोली व आधा दर्जन मोबाइल जब्त की है। इसमें खुलासा हुआ कि कार चलाकर परिवार चलाने वाले हेमराज की हत्या और आकाश की हत्या का प्रयास करने वाले इस गिरोह का मास्टमाइंड रिटायर डीएसपी का बेटा धनु उर्फ प्रवीण पासवान है।
किसी और की करनी थी हत्या
धनगड्डा के रक्शी गांव निवासी 20 वर्षीय आकाश की हत्या की साजिश गांव के ही 32 वर्षीय दीपक साह ने रची थी। सबसे चिलचस्प पहलू यह है कि हत्या आकाश की होनी थी पर निर्दोष हेमराज को मार डाला गया। आठ अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद इस कांड का जब पर्दा उठा तो पुलिस भी हैरान रह गयी।
दीपक साह की बेटी को छेड़ता था आकाश
चतरा के एसपी विकास पांडे ने बताया कि धनगड्डा के दीपक साह की बेटी के साथ आकाश छेड़खानी करता था। मना करने के बाद भी आकाश अपनी आदतों से बाज नहीं आया, तो दीपक ने गांव के ही एक अन्य युवक से संपर्क साधा और आकाश को सबक सिखाने की योजना बनायी। पुलिस के अनुसार, साजिश में शामिल एक सिपाही के पुत्र ने रिटायर डीएसपी के पुत्र धनु पासवान से संपर्क साधा। यह बातें पिछले दो माह पुरानी है।
चाहत ने हनी ट्रैप से आकाश को फंसाया: एसपी
बताया गया कि इस कांड में पुलिस गिरफ्त में आये धनु ने अपनी कथित पत्नी चाहत परवीन का सहारा लिया, और आकाश को हनी ट्रैप के जरिये फंसाया। पिछले दो माह से चाहत के साथ आकाश वीडियो कॉलिंग के माध्यम से बातचीत करता रहा। एसपी ने यह भी बताया कि इस दौरान चाहत परवीन ने कभी अपना चेहरा आकाश को नहीं दिखाया। जब आकाश ने चेहरा दिखाने का दबाव बनाया तो डेमोटांड़ हजारीबाग निवासी 20 वर्षीय रूची उर्फ दीया का चेहरा उसके सामने रख दिया गया।
बताया गया कि 29 अगस्त को जब आकाश और हेमराज कार से निकले तो कोडरमा जाने के दौरान आकाश को कॉल आ गया। यहीं से दोनों अपराधियों के चंगुल में फंस गये। पुलिस के अनुसार, दोनों के परिवार से एक-एक लाख रुपए की मांग की गयी थी। इसमें 35 से 40 हजार भुगतान कर दिया गया। इधर शेष रकम न मिलने और पूर्व में साजिश होने से अपराधियों ने हेमराज और आकाश को चाकू से वार कर कोडरमा घाटी में मरा समझकर फेंक दिया। इसमें हेमराज की मौत हो गयी, जबकि आकाश फिलहाल अस्पताल में है।
हत्याकांड में हजारीबाग से लेकर चतरा जिले तक के आरोपी शामिल हैं। चाहत परवीन ने वीडियो कॉल कर पहले फंसाया। इसमें एक रिटायर डीएसपी के पुत्र 33 वर्षीय धनु उर्फ प्रवीण पासवान पिता अर्जुन राम हजारीबाग जिला के कोर्रा निवासी, कटकमदाग थाना के ग्राम डामूडीह निवासी 25 वर्षीय राजा कुमार साव पिता अर्जुन साव, चौपारण थाना के ताजपुर निवासी अमित कुमार उर्फ गोलू पिता जितेन्द्र सिंह, डामूडीह निवासी 26 वर्षीय मो कासीफ, पिता मो इशहाक, चतरा जिले के टंडवा थाना अंतर्गत धनगड्डा निवासी 32 वर्षीय दीपक साह पिता सुखदेव साव, कटकमदाग थाना के ग्राम सिरसी 29 वर्षीय नीरज कुमार सिंह पिता भोला सिंह, हजारीबाग के मालवीय मार्ग निवासी 19 वर्षीया चाहत परवीन के अलावा हजारीबाग जिले के डेमोटांड़ निवासी 20 वर्षीय रूची कुमार उर्फ दीया पिता राजदीप साहू शामिल है।
रिटायर्ड डीएसपी का बेटा है मास्टरमाइंड
चतरा के एसपी विकास कुमार पांडे ने इस घटना से पर्दा उठाते हुए बताया कि अपहरण और हत्याकांड का अंजाम देने में प्रवीण पासवान ने ही अहम भूमिका निभाई। इसकी पत्नी चाहत परवीन हनी ट्रैप से आकाश को फंसा रही थी। धनु पासवान इसके पूर्व कई अपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है। हजारीबाग में एक डॉक्टर की हत्या, डकैती कांड और बलात्कार के मामले में भी वह आरोपी है। इधर, इंस्पेक्टर अनिल उरांव ने बताया कि वर्ष 1997 में आरोपी के पिता अर्जुन राम टंडवा थाना में दारोगा रह चुके हैं।
आकाश की करतूतों से अनजान था हेमराज
धनगड्डा के आकाश कुमार की हत्या की साजिश रची गयी थी। आकाश को 21 बार चाकू मारे जाने के बाद भी वह बच गया। दूसरी ओर हेमराज दो पैसे कमाने घर से निकला और मौत का शिकार बन गया। आकाश की करतूत से हेमराज अनजान था। वह तो अपनी गाड़ी बुक कर कोडरमा स्टेशन जा रहा था। बताया गया कि कोडरमा जाने के दौरान दोनों अपहरण के शिकार हो गये।