नेशनल यूथ आइकॉन अवॉर्ड विजेता Deepak Singh Azad आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं, एक छोटे से गांव से निकलकर मशहूर कवि बनने और राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने तक का दीपक का सफर बेहद दिलचस्प और सबके लिए एक मिसाल है।
मथुरा के रहने वाले, बचपन से ही किया संघर्ष
मथुरा जिले के एक छोटे से गांव नगला अक्खा के रहने वाले दीपक का सफर काफी संघर्ष से भरा रहा है, 7 साल की उम्र से ही उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ा।
आज सोशल मीडिया पर लाखों लोग सुनते हैं, कभी कोई नहीं था
आज दीपक देश और दुनिया के लिए लिख रहे हैं और देश के साथ साथ दुनिया भर में अपनी पहचान बना रहे हैं। लेकिन एक समय था उनकी कविता सुनने के लिए एक भी इंसान नहीं था लेकिन आज सोशल मीडिया के जरिए लाखों लोग उन्हें रोजाना सुनते हैं।
छोटी उम्र में ही मिली पहचान
दीपक की उपलब्धियों की बात करें तो जब वह 9वीं कक्षा में थे, तब वह राष्ट्रीय पत्रिका मानवाधिकार समाज शक्ति के लिए लेख लिखते थे। और उनके लेख प्रकाशित होते थे।
2021 में मिला राष्ट्रीय युवा आइकन पुरस्कार, नेशनल स्टार अवार्ड 2024 के लिए हुए नॉमिनेट
दीपक 2018 में मैं मथुरा हूं नामक नियो न्यूज शो के विजेता थे। 2019 में सर्वश्रेष्ठ वक्ता के लिए सिंडिकेट बैंक द्वारा सम्मानित किया गया, 2021 में राष्ट्रीय युवा आइकन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। दीपक सिंह आजाद को National Star Award 2024 के सर्वश्रेष्ठ कवि की श्रेणी के लिए नॉमिनेट किया गया है जो कि Xpert Times Network प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा संचालित किया जा रहा है जिसमे भारतीय सिनेमा के मशहूर कलाकार, मेहरीन पिरजादा, दीप्ती सती, रति पाण्डेय, पाखी हेगड़े और त्रिधा चौधरी को विभिन्न श्रेणी में नॉमिनेट किया गया है। डिजिटल वोटिंग के पश्चात विजेताओं का चुनाव किया जाएगा।
कई राज्यों से आता है बुलावा
दीपक को देश के कई राज्यों, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली