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वाराणसी। कार्यालय संवाददाता
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों के छात्रों को आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की सेवाओं से जोड़ा जाएगा। इससे गांवों और शहर के लोगों को उनके घरों के नजदीक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने में सहयोग मिलेगा।
डॉ. मांडविया शनिवार को शुरू हुए पांच राज्यों के कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों (सीएचओ) के दो दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। सिगरा स्थित अन्तरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर ‘रुद्राक्ष आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि नागरिकों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए पांच से छह हजार की जनसंख्या पर बने वेलनेस सेंटरों में सुविधाएं बढ़ानी जरूरी है क्योंकि समृद्ध राष्ट्र के लिए नागरिकों का स्वस्थ होना जरूरी है।
वीडियो क्रांफ्रेंसिंग से जुड़ीं मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि वेलनेस सेंटरों में हर माह महिलाओं, किशोरियों और बच्चियों के लिए कैंप लगने चाहिए। गर्भवती महिलाओं, नवजात बच्चों के साथ विशेष रूप से कक्षा आठ से 12 तक की किशोरियों की स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान बहुत जरूरी है।
इससे पहले डॉ. मनसुख मांडविया समेत पांच राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों, प्रदेश के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल व डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान आंध्र प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री वी. रजनी, झारखंड के बन्ना गुप्ता, सिक्कम के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. एमके शर्मा, मध्य प्रदेश के प्रभुराम चौधरी, उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धनसिंह रावत, मणिपुर के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सपन रंजन, पश्चिम बंगाल की स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक रोली सिंह आदि मौजूद थीं।
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