ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में उद्योगों के विकास के लिए बुधवार को ग्वालियर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया, जिसमें अंबानी-अडानी समेत देश के कई उद्योगपतियों ने हजारों करोड़ के निवेश की घोषणा की। इस रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में कुल 8 हजार करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव मिले, जिससे 35 हजार लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा 1 हजार 586 करोड़ के निवेश की 47 इकाइयों का वर्चुअली भूमिपूजन व लोकार्पण भी किया गया। ये इकाइयां प्रदेश के विकास को नई गति देंगी और इनसे लगभग 4752 रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगपतियों से वर्चुअली संवाद कर 120 इकाइयों को 268 एकड़ भूमि आवंटन के आशय पत्र प्रदान किए गए। जिसमें 1680 करोड़ रुपए से अधिक का पूंजी निवेश एवं 6600 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार प्रस्तावित है। कार्यक्रम में ग्वालियर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा निर्मित जय विलास पैलेस के प्रवेश द्वार का लोकार्पण भी किया गया।
कॉन्क्लेव में अडानी ग्रुप की तरफ से एमडी करण अडानी शामिल हुए, जिन्होंने सबसे ज्यादा 3500 करोड़ रुपए के निवेश का प्रस्ताव दिएा। जबकि एलिक्सर इंडस्ट्री ने 1000 करोड़ रुपए का निवेश प्रस्ताव दिया। इसके अलावा रिलांयस ग्रुप के विवेक तनेजा ने भी यहां निवेश की इच्छा जताई।
अडानी ग्रुप करेगा 3500 करोड़ का निवेश
कॉन्क्लेव के दौरान अडानी ग्रुप के एमडी करण अडानी ने मोहन सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि ग्वालियर का इतिहास बहुत खूबसूरत है। ज्योतिराज सिंधिया इस क्षेत्र के लिए एक सेतु के रूप में मौजूद हैं। सिविल एविएशन मिनिस्टर रहते हुए उन्होंने देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण रोल निभाया है। इकोनॉमिक ग्रोथ का मध्य प्रदेश एक आउटस्टैंडिंग उदाहरण है। 18,250 करोड इन्वेस्ट करने के चलते हम 12 हजार जॉब मध्य प्रदेश में पहले से ही स्थापित कर चुके हैं।
उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के दूरदर्शी नेतृत्व में मध्य प्रदेश वास्तव में ‘मुख्य प्रदेश’ बन रहा है। अदाणी समूह इस परिवर्तन का समर्थन करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और मुझे दो नई परियोजनाओं के साथ अपने योगदान की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है, जिसमें गुना में 2 मिलियन टन की सीमेंट इकाई और शिवपुरी में प्रोपलीन उत्पादन इकाई। इसके लिए 3500 करोड़ का इन्वेस्ट कर रहे हैं।
अडानी फाउंडेशन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से समूह ने 80,000 परिवारों को प्रभावित किया है और स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, सतत आजीविका और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में पहल के साथ मध्य प्रदेश में 3 लाख लोगों के जीवन को छुआ है। उन्होंने कहा, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि हम, अडानी फाउंडेशन, बदरवास में एक जैकेट उत्पादन केंद्र स्थापित करेंगे, जो हमारी महिला सशक्तिकरण पहल के हिस्से के रूप में 100 प्रतिशत महिलाओं के स्वामित्व में होगा।’
कॉन्क्लेव में प्राप्त निवेश प्रस्ताव
अडानी ग्रुप- 3500 करोड़
एलिक्सर इंडस्ट्री- 1000 करोड़
एसएसजी फर्निशिंग सॉल्यूशंस- 750 करोड़
मार्वल विनाइल- 620 करोड़
जमना ऑटो (विस्तार)- 532 करोड़
ओएफबी टेक- 350 करोड़
द सुप्रीम इंडस्ट्रीज- 265 करोड़
प्राइम गोल्ड- 250 करोड़
मॉर्डन टेक्नो प्रोजेक्ट्स- 100 करोड़
पॉलीग्रो इंडस्ट्रीज- 30 करोड़
संघवी फूड्स (विस्तार)- 12.57 करोड़
रिलायंस ने दिया रिन्युअल एनर्जी में निवेश प्रस्ताव
इसके अलावा रिलायंस बायो एनर्जी के वाइस प्रेसिडेंट विवेक तनेजा ने संबोधन के दौरान एमपी से पुराना रिश्ता बताया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और रिलायंस का एक पुराना संबंध है। मध्य प्रदेश गवर्नमेंट का बहुत अच्छा सहयोग मिल रहा है। इसे देखते हुए यदि फ्यूचर की बात की जाए, तो देश में मध्य प्रदेश इन्वेस्टमेंट के लिए एक बहुत अच्छी जगह है। तनेजा ने रिन्युअल एनर्जी, गैस व बायोगैस प्रोजेक्ट में निवेश का प्रस्ताव दिया। उन्होंने बताया कि इससे 2000 रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। विवेक तनेजा ने कहा मुझे इस मंच पर आने का मौका दिया गया, इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार का बहुत-बहुत धन्यवाद देता है।
कॉन्क्लेव में सीएम मोहन यादव ने कहा कि बड़े स्तर पर उद्योगपतियों ने इस अंचल में निवेश किया है। इस समिट ने उज्जैन और जबलपुर का रिकॉर्ड तोड़ा है, चार हजार से अधिक उद्योगपति इसमें शामिल हुए हैं, जिसमें न केवल भारत के बल्कि दूसरे देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हैं। 15 से अधिक राज्यों के प्रतिनिधि ग्वालियर चंबल में निवेश को तैयार हुए है इतना ही नहीं कुछ निवेशक तो ऐसे है जिनका दूसरे राज्यों में उद्योग हैं, पर उन्होंने हमे भरोसा दिया है कि वह अपना अधिकांश काम एमपी में शुरू करेंगे, हमने कई विभागों के उद्योगपतियों से टेबल पर बैठकर विस्तृत चर्चा की है। वन टू वन चर्चा के माध्यम से उनकी समस्या जानी और पूछा कि वो क्या चाहते हैं, आने वाले समय में जो विसंगतियों है उन्हे दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाएं
1- औद्योगिक क्षेत्र सीतापुर, जिला मुरैना में पुलिस चौकी की स्थापना की जाएगी।
2- औद्योगिक क्षेत्र बामोर, जिला मुरैना में फायर स्टेशन की स्थापना की जाएगी।
3- MPIDC, क्षेत्रीय कार्यालय ग्वालियर अंतर्गत 4 नए औद्योगिक पार्क बनाए जाएंगे। (1. मोहना, जिला ग्वालियर में 210 हेक्टेयर, 2. गुरावल, जिला शिवपुरी में 30.64 हेक्टेयर, 3. चैनपुरा, जिला- गुना में 333 हेक्टेयर और 4. मवई जिला मुरैना में 210 हेक्टेयर क्षेत्रफल का औद्योगिक पार्क होगा)
4- ग्वालियर शहर में निजी क्षेत्र का बड़ा चिकित्सालय लाए जाने की कोशिश की जाएगी।