संवाददाता। मिथिलेश कुमार भारद्वाज।
सोनभद्र। स्थानीय बिल्ली मार्कुण्डी खनन क्षेत्र में स्थित वन भूमि एरिया में पानी भरे गढ्ढो में तबदील गहरी खदानो को पाटकर उसे हराभरा बनाने हेतु सरकार के मनशा अनुसार उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव वन विभाग मनोज सिंह, उत्तर प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष सुधीर कुमार शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय कुमार श्रीवास्तव, मनीष मित्तल चीफ मीरजापुर, अनूपम गुप्ता एडीशनल मुख्य वन संरक्षक आदि दर्जनो अधिकारियो ने बिल्ली मार्कुण्डी के लंकड़ा मोड़ स्थित पानी भरे गढ्ढे खदानो का मौके पर निरीक्षण किया।इस दौरान अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह ने बताया कि पूर्व में खनन कर्ताओं द्वारा खनन कर खदानो को काफी गहरा कर उसे ऐसे ही छोड़ दिया गया है जो दुर्घटना का कारण भी बन रहा है।जिसका पानी काफी खरा है,जो पीने योग नहीं है।ऐसे वन भूमि ऐरिया में आने वाले पानी भरे गहरे खदानो को पाटकर उस जगह को हराभरा बनाने की योजना बनाई गई है।गहरी खदानो में पहले स्थानीय मिट्टी को पाटा जाएगा।इसके बाद रेडमेट भरा जाएगा और उसके ऊपर राख डाला जाएगा।जिसके ऊपर उपजाऊ मिट्टी डाला जाएगा।यह पुरी प्रक्रिया करने से खदानो की तली अर्थात जमीन से निकलने वाले पानी व आसपास के खदाने में भरे पानी के सिपेज को रोकर उस ऐरिया को समतल व उपजाऊ बनाकर उस पर वृक्षा रोपण किया जाएगा।यह पुरी प्रक्रिया सन् 2025 तक पुरा करने के बाद 2026 में इस बंजर भूमि पर वृक्षारोपण कर इसे हराभरा बनाया जाएगा।यह कार्य एल्युमिनियम एसोसिएशन आफ इंडिया व पर्यावरण से जुड़े अन्य संस्थानो के सहयोग से किया जाएगा।उन्होने बताया कि देश भर में इस तरह का पहला प्रयोग जनपद सोनभद्र के बिल्ली मार्कुण्डी की धरती से किया जा रहा है।इस प्रयोग से यहा सफलता मिलता है तो देश के अन्य भागो में भी ऐसे गहरे भूमि को हराभरा बनाने में यह प्रयोग किया जाएगा। एक प्रश्न के जवाब में उन्होने कहा कि वन भूमि में खनन पुरी तरह प्रतिबंध है।अगर कही भी वन भूमि में किसी भी प्रकार का खनन हो रहा है तो वह गलत है।जिसके विरूद्ध कार्वाही की जाएगी इस दौरान टीम में नित्यानंद राय प्रेसीडेन्ट हिण्डाल्को, ओबरा डीएफओ अनुराग प्रियदर्शी, इलाबाद जोन एवं मीरजापुर जोन के समस्त डीएफओ आदि अधिकारी मौजूद रहे वहीं मीरजापुर के चीफ मनीष मित्तल ने बताया कि तकरीबन 5500 स्कवायर मीटर एरिया की गहरी खदानो में मिट्टी,रेडमेट,राख व उपजाऊ मिट्टी भरने और उसे समतल बनाने का कार्य होगा, जिसपर लगभग 24 करोड़ रूपये का खर्च आयेगा।उन्होने बताया कि यह देश के लिए बहुत बड़ा काम होगा।