संवाददाता – विकास कुमार हलचल।
जब महिला समृद्ध होती है तो दुनिया समृद्ध होती है।
बेटियों में आत्मविश्वास को बढ़ावा देना ही मिशन शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य है।
सोनभद्र। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने तहसील रॉबर्ट्सगंज स्थित सभागार कक्ष में महिला सशक्तिकरण के तहत स्कूल के विद्यार्थियों से सीधा संवाद किए एवं सरकार द्वारा बाल सेवा योजना के तहत ऐसे परित्यक्त बच्चे जिन्होंने अपनी मां या पिता को खो दिया हो ऐसे बच्चों को जिलाधिकारी महोदय एवं पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा सीधा संवाद कर स्वास्थ्य, शिक्षा, आर्थिक सहायता से रूबरू कराया गया। मिशन शक्ति अभियान के चौथे चरण के अवसर पर जिलाधिकारी सोनभद्र ने बताया कि बेटियों में आत्मविश्वास को बढ़ावा देना ही मिशन शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा नारी शिक्षा नारी सुरक्षा, नारी स्वालम्बन को बढ़ावा देना मुख्य प्राथमिकता है एवं विभिन्न प्रकार की समाज में नकारात्मक परंपराओं एवं कुरीतियों को समाप्त करना होगा। जिस महिला को जो समस्या है उसे अपनी आवाज उठानी होगी और आगे बढ़ना होगा, अपनी आवाज को दबाना नहीं उठाना होगा। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सोनभद्र डॉ0 यशवीर सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा महिला हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं जिसमें 1090 वूमेन पावर लाइन, 181 वूमेन हेल्पलाइन, 1098 चाइल्ड लाइन, 108 एंबुलेंस सेवा, 102 गर्भवती महिलाओ एवं नवजात शिशुओं के लिए एंबुलेंस हेल्पलाइन, 101 अग्निशमन सेवा, 112 पुलिस आपातकालीन सेवा और 1930 साइबर हेल्पलाइन आदि जरूरी नंबरों को जन सामान्य में होर्डिंग, स्टैंडिंग बैनर के माध्यम से भी प्रचारित किया जा रहा है जिससे कि जरूरतमंद इन नंबरों पर कॉल कर अपनी समस्या का समाधान पा सके । मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत वाद-संवाद के माध्यम से बालिकाओं को उनकी सुरक्षा, सम्मान, स्वावलम्बन व उनके हक एवं अधिकार के विषय में बताया जा रहा है और हमारे समाज में जब तक बेटा-बेटी में भेदभाव होता रहेगा तब तक समाज और देश आगे नहीं बढ़ेगा। इसलिये उ0प्र0 सरकार द्वारा मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत बालिकाओं एवं समाज को जन जागरूकता कार्यक्रम चलाकर जागरूक किया जा रहा। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी निखिल यादव, क्षेत्राधिकारी नगर राहुल पाण्डेय, जिला प्रोवेशन अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा, महिला थाना प्रभारी कु0 सरोजमा सिंह, जिला समन्वयक साधना मिश्रा, सीमा द्विवेदी, केंद्र प्रशासक़ दीपिका सिंह, उमा लेखपाल सहित बच्चे शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।*