विंध्य ज्योति,, विकास कुमार हलचल।
सोनभद्र/ ओबरा* स्थानी थाना कस्बा अंतर्गत शारदा मंदिर चौराहे से लगभग 200 मी दूर बिल्ली स्टेशन रोड पर पूर्व सरकारी भांग की दुकान पर ठेकेदार के कर्मियों द्वारा बेखौफ खुलेआम धड़ल्ले से दिनदहाड़े गांजा बेची जा रही है । सूत्रों की माने तो प्रशासन को इसकी सूचना होने के बाद भी जानबूझकर अनदेखा कर रही है। शारदा मंदिर चौराहे पर स्थानीय प्रशासन के द्वारा नशा मुक्ति अभियान चलाकर नशा मुक्त होने का संकल्प भी दिलाई जाती रहती है। बावजूद इसके सरकारी भांग की दुकान पर बैठे कर्मियों के द्वारा नाजायज गांजा की खुलेआम बेखौफ होकर बिक्री किया जा रहा है। जब सुत्रो मिली सूचना के बाद सरकारी भांग की दुकान पर जाकर जानकारी ली गई तो पता चला सरकारी भांग की आड़ में गांजा की भी बिक्री बड़े आसानी से की जा रही है ।गांजा की बिक्री अपने आप में एक ? प्रश्नवाचक चिन्ह खड़ा कर रहा है। जहां शासन प्रशासन ताल ठोक कर बड़े-बड़े दावे करती हैं कि जिले को नशा मुक्त बनाना है वही शारदा मंदिर के समीप सरकारी भांग की दुकान पर सारी सरकारी नियम को ताक पर खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। नशा मुक्ति अभियान का आदेश सिर्फ कागजों पर ही दिखाई देती है। क्या आदेश का पालन करने की जिम्मेदारी आबकारी विभाग की नहीं है? क्या नशा मुक्ति का आदेश सिर्फ कागजों तक सिमट कर रखने के लिए ही घोषित किया जाता है। जबकि शासन पूरा प्रयास करता है जगह-जगह नुक्कड़ सभा के माध्यम से नक्शा मुक्ति अभियान चलाकर एक स्वच्छ समाज का निर्माण करना चाहता है जिससे प्रशासन के साथ-साथ आम जनमानस को भी जागरूक होने की हिदायत दी जाती है। प्रशासन वह आम जनमानस के सहयोग से ही नशा मुक्तिपर ताला लगाकर एक स्वच्छ समाज का निर्माण किया जा सकता है। जिसके लिए आम जनमानस को भी समय-समय पर अपनी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।