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हजारीबाग के विनोबा भावे विश्वविद्यालय में सांसद खेल महोत्सव के तहत रैपिड शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में 1300 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें 15 से 80 वर्ष तक के खिलाड़ी शामिल हुए.
हजारीबाग: हजारीबाग खेल जगत में लगातार अपनी पहचान मजबूत कर रहा है. क्रिकेट और फुटबॉल के बाद अब शतरंज के क्षेत्र में भी जिले के खिलाड़ी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में सांसद खेल महोत्सव के तहत रैपिड शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर में किया जा रहा है, जिसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं.
1300 प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा
प्रतियोगिता में हजारीबाग जिले के विभिन्न इलाकों से कुल 1300 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है, जो एक तरह से जिले में शतरंज खिलाड़ियों का महाकुंभ बन गया है. खिलाड़ी शतरंज की बिसात पर एक-दूसरे को मात देने के लिए पूरे जोश के साथ आमने-सामने बैठे नजर आए.
एकाग्रता बढ़ाने में सहायक
हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि शतरंज एक ऐसा खेल है जो मानसिक फिटनेस के साथ-साथ एकाग्रता बढ़ाने में भी मदद करता है. यह खेल बच्चों और युवाओं के विकास के लिए बेहद उपयोगी है. इसी कारण से इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन हजारीबाग में किया जा रहा है और खास बात यह है कि इसमें 1300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया है. जो अपने आप में किसी रिकॉर्ड से कम नहीं है.
टैलेंट में आएगी निखार
प्रतियोगिता में दूरदराज से पहुंचे खिलाड़ी भी काफी उत्साहित दिखाई दिए. खिलाड़ियों ने कहा कि हजारीबाग में इस तरह के आयोजन से उन्हें अपने कौशल को निखारने का बेहतरीन मंच मिल रहा है. यहां 80 वर्ष के वरिष्ठ प्रतिभागी से लेकर 15 वर्ष के बच्चे तक एक ही बिसात पर अपना कौशल दिखा रहे हैं, जो इस प्रतियोगिता की सबसे खास बात है. वहीं आयोजकों का कहना है कि रैपिड शतरंज प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रमों से जिले में प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिलता है. आने वाले दिनों में ऐसे ही मंचों से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भी उभर सकते हैं.


