Faridabad Terror Module Live: दिल्ली में हुए ब्लास्ट की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और एजेंसियों को लगातार नए कनेक्शन मिल रहे हैं, जिससे नेटवर्क का दायरा और बड़ा होता दिखाई दे रहा है. शुरुआती जांच के बाद सामने आया कि धमाके से पहले डॉक्टर शाहीन, डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टर आरिफ लगातार संपर्क में थे. 1 नवंबर से 7 नवंबर के बीच इन तीनों के बीच कई बार चैटिंग और बात हुई. जांच में यह भी सामने आया है कि केवल डॉक्टर शाहीन और डॉक्टर आरिफ के बीच ही 39 वॉइस कॉल, 43 व्हाट्सऐप कॉल और लगभग 200 मैसेज एक्सचेंज हुए थे. यह गतिविधियां धमाके के ठीक पहले की हैं, जो संदिग्ध गतिविधियों की ओर इशारा करती हैं.
हरियाणा के मेवात में तीन डॉक्टर हिरासत में
बीती रात हरियाणा के मेवात से तीन डॉक्टरों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. तीनों का संबंध अल फलाह यूनिवर्सिटी से बताया गया है. सुन्हेड़ा गांव निवासी डॉ. मुस्तकीम ने अल फलाह से एक साल की इंटर्नशिप की थी और MBBS की पढ़ाई चीन से की है. सूत्रों के अनुसार, मुस्तकीम की अल फलाह यूनिवर्सिटी के ही डॉ. उमर मोहम्मद से लगातार बातचीत होती थी. दोनों के बीच कई चैट एजेंसियों के हाथ लगे हैं.
आई-20 कार को लेकर बड़ा खुलासा
जांच में सामने आया है कि ब्लास्ट में इस्तेमाल की गई आई-20 कार 2 लाख रुपये में खरीदी गई थी. कार फरीदाबाद के रॉयल कार डीलर से खरीदी गई और इसके लिए जम्मू-कश्मीर के ड्राइविंग लाइसेंस को दस्तावेज़ के रूप में इस्तेमाल किया गया. कार सोनू नाम के डीलर ने बेची थी. इसकी पेमेंट कैश में की गई थी. देवेन्द्र, जिसने यह कार सलमान से खरीदी थी, ने फोन इंटरव्यू में सोनू का नाम बताया था.
कानपुर: मेडिकल कॉलेज और कार्डियोलॉजी के 400 से ज्यादा डॉक्टर रडार पर
एटीएस की टीमों ने मेडिकल कॉलेज और कार्डियोलॉजी विभाग के 400 से अधिक डॉक्टरों की जांच शुरू की है.जांच एजेंसी ने डॉक्टर शाहीन की तैनाती के दौरान जुड़े फैकल्टी, सीनियर-जूनियर डॉक्टरों और स्टाफ का डाटा जुटाया है. मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने 55 क्लर्क, 275 कर्मचारी, 240 फैकल्टी, 525 रेजिडेंट डॉक्टर और 1200 MBBS छात्रों की जानकारी एजेंसियों को उपलब्ध कराई है.
रडार में सहारनपुर के दो यूट्यूबर
डॉक्टर आदिल की चीन और तुर्किए यात्रा का हुआ खुलासा
पठानकोट से संदिग्ध डॉक्टर गिरफ्तार
सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा एजेंसी की टीम ने पठानकोट के एक निजी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से डॉक्टर रियाज़ अहमद को हिरासत में लिया है. जांच में सामने आया कि वह 2020–2021 के दौरान अल-फलाह यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद में काम कर चुका है और वहां के डॉक्टरों के संपर्क में लगातार बना हुआ था.
मुख्य आरोपी डॉक्टर उमर से संपर्क
एजेंसियों को पता चला है कि पठानकोट से पकड़ा गया डॉक्टर, दिल्ली ब्लास्ट के मेन आरोपी डॉक्टर उमर के सीधे संपर्क में था. सुरक्षा एजेंसी उसे पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है. डॉक्टर रियाज़ जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का निवासी बताया जा रहा है.
कानपुर में बड़ी कार्रवाई: डॉक्टर शाहीन की IMA सदस्यता खत्म
उधर, कानपुर में दिल्ली ब्लास्ट कनेक्शन में गिरफ्तार डॉक्टर शाहीन पर कार्रवाई तेज है. GSVM मेडिकल कॉलेज और कार्डियोलॉजी में काम कर चुकी शाहीन की IMA सदस्यता समाप्त कर दी गई है. सूत्रों के अनुसार, आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता सामने आने के बाद IMA ने उसे निष्कासित कर दिया है.
कश्मीर मूल के मेडिकल छात्रों के रिकॉर्ड खंगाले जा रहे
जांच एजेंसियां अब GSVM मेडिकल कॉलेज और कार्डियोलॉजी में वर्ष 2006–2013 तक पढ़ने व काम करने आए जम्मू-कश्मीर के मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों का पूरा इतिहास खंगाल रही हैं, ताकि नेटवर्क के संभावित लिंक का पता लगाया जा सके.



