
ब्यूरो रिपोर्ट सोनभद्र।
हौसला बुलंद अपराधी आए दिन कर रहे हैं अधिवक्ताओ एवं पत्रकारों की हत्या।
(अधिवक्ताओं एवं पत्रकारों में उत्तर प्रदेश की पुलिस व्यवस्था के प्रति गहरा आक्रोश)
सोनभद्र। संयुक्त अधिवक्ता महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष एवं बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के प्रत्याशी राकेश शरण मिश्र ने प्रदेश में अधिवक्ताओं एवं पत्रकारों की आए दिन हो रही हत्याओं पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि आखिर उत्तर प्रदेश में अधिवक्ताओं एवं पत्रकारों की हत्या कब रुकेगी। श्री मिश्र ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि ऐसा कोई हफ्ता या महीना नहीं गुजर रहा है जब प्रदेश के किसी ना किसी जनपद में किसी अधिवक्ता या पत्रकार पर जान लेवा हमला ना किया जा रहा हो और उनकी हत्या ना की जा रही हो। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अपराधियों के अंदर उत्तर प्रदेश पुलिस का कोई खौफ नहीं रह गया है। संयुक्त अधिवक्ता महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश शरण मिश्र ने अपने बयान में कहा है कि दो दिन पूर्ण प्रयागराज के वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक कुमार सिंह के भतीजे टी वी पत्रकार लक्ष्मी नारायण सिंह की चाकुओं से गोदकर नृशंस हत्या कर दी गई है वहीं सोनभद्र के पत्रकार आलोक कुमार त्रिपाठी के ऊपर लाठी डंडे से जान लेवा हमला करके मरणासन्न कर दिया गया है तो वही जनपद चंदौली के वरिष्ठ अधिवक्ता कमला यादव की सितम्बर माह में गोली मारकर हत्या कर दी गई वही प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते दिनों अधिवक्ता दीपेंद्र चौहान को गोली मारकर लहूलुहान कर जान लेवा हमला किया गया। जो बहुत ही दुःखद है। श्री मिश्र ने प्रदेश सरकार से मांग किया है कि समाज के शोषित पीड़ित लोगों की आवाज उठाने वाले और उन्हें न्याय दिलवाने वाले पत्रकारों और अधिवक्ताओं की जान माल की सुरक्षा प्रदेश सरकार सुनिश्चित करें एवं अधिवक्ताओं एवं पत्रकारों के विरुद्ध अपराध करने वाले अपराधियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कारवाई करें अन्यथा प्रदेश के अधिवक्ताओं एवं पत्रकारों को प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था के विरुद्ध एक जुट होकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा जिसकी समस्त जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की होगी।


