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विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कीनिया के डेनिस माराजिया और जापान की मेइको ओकुमत्सु को आवारा कुत्तों ने काटा, इलाज के बाद दोनों सुरक्षित हैं. आयोजकों ने सुरक्षा बढ़ाई.
जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में यह घटना सामने आई. विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान शुक्रवार को अलग अलग घटनाओं में कीनिया और जापान के कोच को आवारा कुत्तों ने काट लिया जिसके आयोजकों की काफी किरकिरी हुई है. दोनों हालांकि करीबी अस्पताल में इलाज के बाद वह खतरे से बाहर हैं. अफ्रीकी टीम के एक अधिकारी ने बताया कि कीनियाई कोच डेनिस माराजिया जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में प्रतिस्पर्धा परिसर के बाहर अपने एक खिलाड़ी से बात कर रहे थे जब अचानक एक कुत्ता आया और उन्हें काट लिया.
उन्होंने कहा ,‘‘ यह घटना सुबह दस बजे की है. उनके पैर से खून निकल रहा था और स्टेडियम पर मौजूद मेडिकल टीम उनके पास पहुंच गई. उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उनका इलाज हुआ और इंजेक्शन दिये गए. अब उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. वह कुछ दवाइयां भी लेंगे.’’ कॉल रूम वह जगह होती है जहां खिलाड़ी अपनी प्रतिस्पर्धा से पहले एकत्र होते हैं. जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में दो कॉल रूम हैं और मुख्य प्रतिस्पर्धा परिसर से कुछ मीटर की दूरी पर हैं.
आयोजकों ने बताया कि दोनों कोच को तुरंत चिकित्सा सहायता दी गई और उन्हें सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया. इसके बाद वे अपने टीम होटल चले गए. आयोजकों ने एक बयान में कहा ,‘‘ आयोजन समिति खिलाड़ियों, अधिकारियों और दर्शकों के लिए सुरक्षा और स्वास्थ्य का वातावरण सुनिश्चित करने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता दोहराती है.’’ इसमें कहा गया, ‘‘इन एहतियाती उपायों के बावजूद आयोजन स्थल के पास आवारा कुत्तों को बार-बार खाना खिलाने की वजह से जानवरों को परिसर में फिर से घुसने का मौका दे दिया गया है. दुर्भाग्य से इसके कारण तीन अक्टूबर 2025 को अभ्यास ट्रैक पर दो अलग-अलग घटनाएं हुईं जिनमें जापान और कीनिया के कोच को कुत्ते ने काट लिया.’’
बयान में कहा गया ,‘‘इन घटनाओं के बाद एमसीडी ने अपनी तैनाती बढ़ा दी है और स्टेडियम परिसर में कुत्ता पकड़ने वाली दो टीमें स्थायी रूप से तैनात कर दी हैं. साथ ही आवारा कुत्तों को तुरंत हटाने और आश्रय गृहों में स्थानांतरित करने के लिए वाहनों की भी व्यवस्था की गई है. पकड़े गए सभी जानवरों को सख्त पशु कल्याण मानदंडों के अनुसार स्थानांतरित किया जा रहा है, जिससे सुरक्षा और मानवीय व्यवहार दोनों सुनिश्चित हो रहे हैं.’’
इसमें आगे कहा गया ,‘‘ आयोजन समिति इस बात पर जोर देती है कि पशु कल्याण मानदंडों का पूरा पालन किया जा रहा है, लेकिन प्रतिभागियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और कल्याण से कोई समझौता नहीं किया जा सकता. स्टेडियम और आसपास के इलाकों को नागरिक एजेंसियों के साथ मिलकर पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया है और चैंपियनशिप के निर्बाध और सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए अब कड़े निवारक उपाय किए गए हैं.’’ इस बीच यह भी पता चला है कि राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी के करीब 35 डोप नमूना अधिकारी यहां खिलाड़ियों के नमूने लेने आये हैं. दिल्ली स्थित राष्ट्रीय डोप टेस्ट प्रयोगशाला को वाडा से मान्यता मिली हुई है तो नमूनों की जांच यहां भी हो सकती है.

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें


