नई दिल्ली. राजस्थान एक ऐतिहासिक खेल महाकुंभ की मेज़बानी करने जा रहा है. टूर-दे-थार का पहला संस्करण 23 नवम्बर को नोरणगदेसर बीकानेर से फ्लैग होगा और इस रेस का समापन देशनोक में किया जाएगा. यह रेस अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे की समतल और विस्तृत सड़कों से गुज़रते हुए थार मरुस्थल की चुनौतियों के बीच साहस और संकल्प की मिसाल बनेगी.
नई दिल्ली में गुरुवार को आयोजित टूर-दे-थार के कर्टन रेज़र कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा कार्य एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने शिरकत की. इस अवसर पर मंत्रियों ने टूर-दे-थार की आधिकारिक जर्सी का अनावरण किया. यह जर्सी स्थिरता और रेगिस्तानी परिदृश्य पर आधारित थीम पर तैयार की गई है, जो धैर्य, दृढ़ता और प्रकृति के साथ सामंजस्य का प्रतीक है. यही जर्सी अंतिम प्रतियोगिता में साइकिल सवारों द्वारा पहनी जाएगी.
इसके साथ ही मंत्रियों ने आधिकारिक वेबसाइट और पंजीकरण पोर्टल का शुभारंभ किया, जिसके माध्यम से देश-विदेश के साइकिल खिलाड़ी इस ऐतिहासिक रेस में भाग लेने के लिए पंजीकरण कर सकेंगे. टूर-दे-थार के माध्यम से राजस्थान अंतरराष्ट्रीय स्तर की सहनशक्ति-आधारित साइक्लिंग प्रतियोगिता की मेज़बानी करेगा, जो खेल, संस्कृति और मरुस्थल की अनोखी आत्मा का संगम प्रस्तुत करेगी. इस आयोजन में भारत और दुनिया भर के साइकिल सवार आमंत्रित हैं, ताकि वे थार मरुस्थल की चुनौतियों का सामना करते हुए मानव संकल्प और सामर्थ्य का प्रदर्शन कर सकें.
प्रतियोगिता में तीन कठिन श्रेणियां रखी गई हैं – 300 किमी रिले, 200 किमी और 100 किमी – जो हर साइकिल सवार की सहनशक्ति, ताकत और मानसिक दृढ़ता की परख करेंगी. इसमें 2500 से अधिक प्रतिभागियों के शामिल होने की उम्मीद है, जिनमें पेशेवर राइडर्स के साथ-साथ उत्साही शौकिया साइकिल प्रेमी भी होंगे. मरुस्थली हवाओं, उठते बालू के टीलों और लहरदार भूभाग के बीच यह आयोजन प्रतियोगियों और दर्शकों के लिए रोमांचक अनुभव होगा.
टूर-दे-थार राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन क्षमता को भी बढ़ावा देगा. मार्ग के किनारे दर्शक लोक संगीत, पारंपरिक नृत्य और हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आनंद ले सकेंगे, जिससे यह आयोजन एक संपूर्ण मरु महोत्सव का रूप लेगा. नमो फिट इंडिया साइकिल क्लब्स, जो फिट इंडिया मूवमेंट के अंतर्गत पंजीकृत हैं, इस कार्यक्रम में सक्रिय सहयोग दे रहे हैं और देशभर में समुदायों को फिटनेस, स्वास्थ्य और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के लिए साइक्लिंग अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.
खेल, संस्कृति और पर्यावरणीय चेतना का अनूठा संगम – टूर-दे-थार भविष्य की पीढ़ियों को साइक्लिंग, फिटनेस और एडवेंचर टूरिज़्म अपनाने के लिए प्रेरित करेगा और भारत की अंतरराष्ट्रीय खेल जगत में उपस्थिति को और सशक्त बनाएगा.


