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Bareilly News : भारत-पाकिस्तान के बीच हाल में हुए संघर्ष में तुर्की ने पाकिस्तान का साथ दिया. बरेली से मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने भड़ास निकालते हुए कहा कि उसको याद रखना चाहिए जब तुर्की में भूकंप आया था, हाहाकार …और पढ़ें
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान का मददगार बनने पर मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने की तुर्की की निंदा..
राम विलास सक्सेना. बरेली. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्की के पाकिस्तान का मददगार बने पर बरेली से मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने तुर्की के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली. उन्होंने धमकी भरे लहजे में याद दिलाते हुए कहा है कि तुर्की ने भारत के एहसान भुला दिए. तुर्की का जब भी बुरा वक्त आया, भारत ही एकमात्र ऐसा देश था जो मददगार बना. मौलाना ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान की जंग में तुर्की ने पाकिस्तान को सपोर्ट किया. इसकी हम भरपूर अल्फ़ाज़ में निंदा करते हैं. तुर्की ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान का मददगार बनकर अफसोसनाक कदम उठाया है.
उन्होंने कहा, ‘तुर्की एक ऐसा देश है जिसके हिंदुस्तान से अच्छे रिश्ते हैं, उसको याद रखना चाहिए जब तुर्की में भूकंप आया था, हाहाकार मचा हुआ था तो भारत ही एक ऐसा देश था जिसने इंसानियत-मानवता के नाम पर मदद की थी. इसके अलावा तुर्की को यह सोचना चाहिए पाकिस्तान को सपोर्ट करने का मतलब है कि आतंकवाद को सपोर्ट करना. जो पहलगाम आतंकवादी घटना हुई, वह जालिमाना जाबिराना घटना थी. तुर्की को आतंकवाद का सपोर्ट नहीं करना चाहिए.’
तुर्की को चुकानी होगी पाकिस्तान से दोस्ती की कीमत
पाकिस्तान का समर्थन करने पर भारत में तुर्की के उत्पादों का बहिष्कार शुरू हो गया है. 16 मई को कैट ने बैठक बुलाई है जिसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी. दिल्ली समेत देश के कई राज्यों के कारोबारी संगठनों ने मार्बल-कपड़ा, फल-कालीन, मार्बल और क्रॉकरी के आइटमों को तुर्की से आयात न करने का फैसला लिया है. कारोबारियों के इस कदम से तुर्की के कारोबार को धक्का लगना तय है. एक अनुमान के मुताबिक, तुर्की को काम से कम 400 करोड़ का नुकसान होना चुका है.

An accomplished digital content creator and Planner. Creating enhanced news content for online and social media. Having more than 10 years experience in the field of Journalism. Done Master of Journalism from M…और पढ़ें
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