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बरेली की शिक्षिका फूलन देवी ने राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता और एशियाई मास्टर एथलेटिक ओपन चैंपियनशिप के लिए चयनित हुईं. उनकी सफलता से क्षेत्र में खुशी की लहर है.
शिक्षिका फूलन देवी.
हाइलाइट्स
- फूलन देवी ने राष्ट्रीय एथलेटिक्स में कांस्य पदक जीता.
- फूलन देवी एशियाई मास्टर एथलेटिक ओपन चैंपियनशिप के लिए चयनित.
- फूलन देवी की सफलता से बरेली में खुशी की लहर.
बरेली: जो इंसान अपने सपनों को सच करने के लिए कड़ी मेहनत करता है, सफलता एक दिन उसके कदम जरूर चूमती है. बरेली की एक ऐसी ही शिक्षिका ने अपने समर्पण और दृढ़ इच्छाशक्ति से युवाओं के लिए प्रेरणा बनने का काम किया है. हम बात कर रहे हैं बरेली जिले के आलमपुर जाफराबाद ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय, सिंघा में सहायक अध्यापिका फूलन देवी की, जो न सिर्फ बच्चों को शिक्षित करने में आगे हैं, बल्कि खेलों में भी अपनी अलग पहचान बना रही हैं. हाल ही में उन्होंने राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और ट्रिपल जंप स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया.
उनकी इस जीत ने न केवल जिले का नाम रोशन किया, बल्कि अब वे इंडोनेशिया में होने वाली एशियाई मास्टर एथलेटिक ओपन चैंपियनशिप के लिए भी चयनित हो गई हैं. उनकी इस उपलब्धि से उनके परिवार, स्कूल और पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है.
कैसे मिला इंडोनेशिया जाने का मौका?
फूलन देवी ने 4 से 8 मार्च तक आयोजित इस प्रतियोगिता में 35+ आयु वर्ग की ट्रिपल जंप स्पर्धा में हिस्सा लिया. अपनी शानदार तैयारी के दम पर उन्होंने तीसरा स्थान हासिल कर कांस्य पदक अपने नाम किया. इस उपलब्धि के साथ ही उन्होंने इंडोनेशिया में आयोजित होने वाली एशियाई मास्टर एथलेटिक ओपन चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया है.
स्कूली दिनों से ही खेलों का शौक था, लेकिन…
आलमपुर जाफराबाद ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय, सिंघा में पढ़ाने वाली फूलन देवी को बचपन से ही खेलों का शौक था, लेकिन टीचर बनने के बाद वे अपने इस शौक को ज्यादा समय नहीं दे पा रही थीं. कुछ समय पहले उनकी मुलाकात जीजीआईसी में अंग्रेजी प्रवक्ता अर्चना राजपूत से हुई, जो खुद राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने जा रही थीं.
अर्चना राजपूत की प्रेरणा से फूलन देवी ने भी बेंगलुरु में आयोजित राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में भाग लेने का मन बनाया. अपनी कड़ी मेहनत के बल पर उन्होंने नेशनल एथलेटिक्स प्रतियोगिता में जगह बनाई और वहां बेहतरीन प्रदर्शन कर कांस्य पदक जीता.
अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर दिखेगा हुनर
फूलन देवी बताती हैं कि छठी कक्षा से ही उनकी रुचि खेलों में थी, लेकिन 10-15 वर्षों तक वे किसी कारणवश प्रतियोगिताओं में भाग नहीं ले सकीं. अर्चना मैम से मुलाकात के बाद उन्हें दोबारा प्रेरणा मिली और उन्होंने एथलेटिक्स में अपने सफर की नई शुरुआत की.
सबसे पहले वाराणसी में आयोजित दो राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया, जहां तीनों प्रतियोगिताओं में पहला स्थान प्राप्त किया. इसके बाद बेंगलुरु में आयोजित नेशनल एथलेटिक्स प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, जहां ट्रिपल जंप स्पर्धा में तीसरा स्थान हासिल कर इंडोनेशिया के लिए क्वालीफाई किया.
फूलन देवी बनीं महिलाओं के लिए प्रेरणा
फूलन देवी ने शिक्षिका होने के बावजूद अपने जुनून को नहीं छोड़ा और कड़ी मेहनत के बल पर राष्ट्रीय और अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई. उनकी यह उपलब्धि उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करना चाहती हैं.
अब पूरा देश उनकी इस उपलब्धि को लेकर उत्साहित है और सभी को उम्मीद है कि वे इंडोनेशिया में भी भारत का नाम रोशन करेंगी.


