जांच टीम आने के सूचना के बाद खदान में पसरा सन्नाटा।
संवाददाता।मिथिलेश कुमार भारद्वाज
डाला सोनभद्र। स्थानीय बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र के डाला बारी में संचालित पट्टा धारक- महादेव इण्टर प्राइजेज खादान में धारा 22 लगने बाद भी विभागीय मिलीभगत से खनन कर्ताओं द्वारा बड़े पैमाने पर हैवी ब्लास्टिंग कर अवैध तरीक़े से खनन किया जा रहा है। वहीं देर शाम तक सैकड़ों टीपरो से हजारों गाड़ी बोल्डर लोड कर परिवहन जोरो पर मनमानी तौर से जारी है जिसमें राजस्व का बड़े पैमाने खनन कर्ता द्वारा गमन किया जा रहा है वहीं खनन कर्ताओं द्वारा मानक के विपरीत मनमानी रवैये से अवैध खनन जारी है। शासन ,प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। बात करें तो विभाग का शिकायतों के बाद खानापूर्ति कर वसूली करते हुए पारदर्शिता के साथ कार्य कराया बताया जाता है लेकिन हकीकत कुछ और ही है । नियमानुसार लगभग दो सौ से तीन फिट गहरी खनन में बड़ी बड़ी ओवर वार्डेन हटाने के नाम पोकलेन मशीनों का प्रयोग लोडिंग के लिए धड़ल्ले से किया जा रहा है । देखा जाय तो खनन परिहार निवमावली में शर्तों के विपरीत 2021 का पूरा उलंघन विभागीय मिली भगत से किया जा रहा है । अवैध खनन को लेकर शासन व प्रशासन का शख्त निर्देश है कि खनन नियमावली के अनुसार खननं क्षेत्रो में अंधेरा होने के बाद किसी भी मजदूर या मशीनों का खादान के अंदर प्रयोग बंचित है।वही धड़ल्ले से कार्य को अंजाम दिया जा रहा है जिससे सरकार की छवि धूमिल किया जा रहा है।आखीर महादेव इंटरप्राइजेज में खनन की धारा 22 लगने के बाद भी किसके सह पर खनन किया जा रहा है। जाच का विषय है। शिकायतों को देखते हुए मौके पर ओबरा एसडीएम तहसीलदार ,बिल्ली मारकुंडी लेखपाल अन्य अधिकारी खादानों का निरीक्षण करते देखे गए इसके बावजूद भी कोई निष्कर्ष नही निकला। जहा निरीक्षण की जानकारी होते ही शनिवार के दोपहर बाद ही खदान का काम बंद कर खदान को खाली करवा दिया गया था ताकि अधिकारियों के समकक्ष साफ सुथरा दिखाई दे।