संवाददाता।मिथिलेश कुमार भारद्वाज
डाला सोनभद्र। स्थानीय बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र के डाला बारी में संचालित पट्टा धारक- श्री महादेव इण्टर प्राइजेज खदान में विभागीय मिलीभगत से खनन कर्ताओं द्वारा बड़े पैमाने पर हैवी ब्लास्टिंग होने से क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त है। वहीं देर शाम तक सैकड़ों टीपरो से बोल्डर लोड कर परिवहन जोरो पर मनमानी तौर पर जारी है जिसमें राजस्व का बड़े पैमाने खनन कर्ता द्वारा गमन किया जा रहा है जहा खनन कर्ताओं द्वारा मानक के विपरीत मनमानी रवैये से अवैध खनन जारी है वहीं शासन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। बात करें तो विभाग का तो शिकायतों को बाद खानापूर्ति कर वसूली करते हुए पारदर्शिता के साथ कार्य कराया बताया जाता है लेकिन हकीकत कुछ और ही है । नियमानुसार लगभग दो सौ से तीन सौ फिट गहरी खदान में बड़ी बड़ी पोकलेन मशीनों का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है । देखा जाय तो खनन परिहार निवमावली 1963 का पूरा उलंघन विभागीय मिली भगत से किया जा रहा है । नियमननुसार अवैध खनन को लेकर शासन व प्रशासन का शख्त निर्देश है कि खनन नियमावली के अनुसार खननं क्षेत्रो में अंधेरा होने के बाद किसी भी मजदूर या मशीनों का खादान के अंदर प्रयोग बंचित है।वही धड़ल्ले से कार्य को अंजाम दिया जा रहा है जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है।